अयोध्या मामले में 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट द्वारा फैसला आने के बाद देश के भीतर हिंदू और मुसलमानों के बीच सौहार्द कायम रखने की कोशिशें लगातार जारी हैं। दोनों ही समुदाय के लोग भाईचारा कायम रखने की अपील कर रहे हैं। इस दौरान आगरा में एक मुस्लिम युवक ने राम मंदिर निर्माण के लिए 1100 रुपये का चेक दान में दिया है। मुस्लिम युवक का नाम बिलाल अहमद है और वह ‘नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया’ (NSUI) का जिलाध्यक्ष है। बिलाल ने अपना चेक आगरा के जिलाधिकारी को सौंपा है।
बिलाल अहमद का कहना है कि अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश को देश ने पूरे दिल से स्वीकार किया है। उन्होंने बताया, “हमने 1100 रुपये का चेक डीएम को सौंपा है। यह मेरी हार्दिक इच्छा है कि जब राम मंदिर बने तो इसमें 4 ईंटें हमारे नाम से भी लगाई जाएं।”
Vilal Ahmed: People of the country have wholeheartedly accepted Supreme Court's verdict. We have handed over a cheque of Rs 1,100 to the District Magistrate, it is our heartfelt desire that 4 bricks should be laid in our names, when the construction of the temple begins. (11.11.) https://t.co/UEMEGc1Pdz pic.twitter.com/cHG3nUn9Lm
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 11, 2019
राम मंदिर पर आए फैसले पर देश में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिल रही है। एक ओर जहां हिंदू तबके से अधिकांश लोग इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं, तो वहीं कई लोग इस पर भिन्न राय रखते हैं। मुस्लिम तबके का कई मंचों पर प्रतिनिधित्व करने वाली शख्सियतों ने इस फैसले पर निराशा तो जाहिर की है, लेकिन सर्वोच्च न्यायालय का फैसला मानते हुए लोगों से शांति की अपील भी की है। मुस्लिम तबके की तरफ से कहना है कि फैसले में न्याय का अभाव है। वहीं, कई कानून के जानकार इस फैसले को अन्य परेशानियों को जन्म देने वाला बता रहे हैं।
गौरतलब है कि इस बीच मुस्लिम धर्मगुरु और मामले में मुद्दई इकबाल अंसारी ने मस्जिद बनाने के लिए मिलने वाली 5 एकड़ जमीन को लेने से इनकार कर दिया है। इनकी शर्त है कि सरकार द्वारा अधिग्रहित 67 एकड़ जमीन के पास ही इन्हें मस्जिद की जमीन मुहैया कराई जाए। तभी वे इसे स्वीकार करेंगे।