स्कूली बच्चों से नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी. (NRC) पर बातचीत का आरोप लगाकर मध्य प्रदेश के मंडला में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने बीते गुरुवार (30 जनवरी, 2020) एक निजी स्कूल में तोड़फोड़ की। हालांकि घटना के दो दिन बाद भी पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है। आदिवासी बहुल जिले के सबसे बड़े निजी स्कूल भारत ज्योति हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रबंधन ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा है कि एनएसयूआई के कार्यकर्ता (कांग्रेस से जुड़े छात्रों का संगठन) गुरुवार को परिसर में पहुंचे और कक्षा IX के शिक्षक से मिलने के लिए प्रवेश करने की अनुमति मांगी।
शिकायत में आगे कहा गया कि जब प्रबंधन ने उन्हें प्रवेश करने से मना कर दिया, तो कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर स्कूल में गालियां दीं और तोड़फोड़ की। एक वीडियो क्लिप में एनएसयूआई कार्यकर्ता टिफिन बॉक्स को भी लात मारते हुए नजर आए। शिक्षक पर ‘मुस्लिम विरोधी मानसिकता’ होने का आरोप लगाते हुए, NSUI नेता अक्कू ठाकुर ने कहा, ‘शिक्षक ने पूछा कि क्या कक्षा में कोई मुस्लिम छात्र हैं। एक लड़की थी लेकिन वो चुप रही। शिक्षक ने तब छात्रों को बताया कि मुसलमानों को अच्छे के लिए देश से बाहर निकाला जा रहा है। लड़की ने बाद में अपने अभिभावकों को इसके बारे में बताया और वे हमारे संपर्क में आए।’
एनएसयूआई कार्यकर्ता ने आगे कहा, ‘यहां तककि बुजुर्ग भी सीएए या एनआरसी के बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं। अगर आप इस तरह से छात्रों को पढ़ाते हैं तो वो विभाजनकारी मानसिकता के साथ बड़े होंगे।’ एनएसयूआई कार्यकर्ता से जब स्कूल में तोड़फोड़ के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए स्कूल प्रबंधन की आलोचना करते हुए कहा ‘आमतौर पर हम ऐसे काम नहीं करते हैं लेकिन जब नहीं सुनी जाती तो हम क्या करेंगे।’
मामले में मंडला एसपी दीपक शुक्ला ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के लिए स्कूल प्रबंधन से संपर्क करने की कोशिश की है, मगर वो सामने नहीं आए। उन्होंने आगे कहा, ‘हम सोमवार तक इंतजार करेंगे और खुद संज्ञान लेते हुए मामले में कार्रवाई करेंगे क्योंकि हमारे पास वीडियो (बर्बरता) है।’