केंद्र सरकार ने देश के सभी अस्पतालों, पेट्रोल पंपों, रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों पर 500 और 1000 के पुराने नोट चलने की समय सीमा बढ़ाकर 14 नवंबर कर दी है। इसके अलावा देश के सभी टोल पर 14 नवंबर तक कोई टैक्स भी नहीं लिया जाएगा। बिजली और पानी के बिल जैसे केंद्र सरकार, राज्य सरकार द्वारा लिए जाने वाले सभी बिलों का भुगतान 14 नवंबर तक 500 और 1000 के पुराने नोटों से  किया जा सकता है। आठ नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 के पुराने नोट बंद किए जाने की घोषणा की थी। पीएम मोदी ने कहा था कि 11 नवंबर तक देश के सभी अस्पतालों, पेट्रोल पंपों, रेलवे स्टेशनों और हवाईअड्डों पर पुराने नोट चलेंगे। वहीं परिवहन मंत्रालय ने सभी टोलों पर 11 नवंबर तक टैक्स नहीं लिए जाने की घोषणा की थी। अब जनता की मुश्किलों को देखते हुए सरकार ने ये समय सीमा बढ़ा दी है। पीएम मोदी की घोषणा के बाद नौ नवंबर को देश के सभी बैंक और एटीएम बंद रहे। 10 नवंबर से बैंकों में लोगों के पुराने नोट के बदले और जमा किए जा रहे हैं। वहीं 10 नवंबर को कुछ एटीएम खुले लेकिन ज्यादातर एटीएम ने 11 नवंबर से पैसा देना शुरू किया। हालांकि बैंकों और एटीएम के सामने पिछले दो दिन से लंबी कतारें हैं। बैंकों और एटीएम में नगद की कमी की शिकायतें लगातार आ रही हैं।

वीडियोः पुराने नोट बदलने वाले ठगों से रहें सावधान- 

पीएम मोदी की घोषणा के बाद सभी देशवासी अपने पुराने नोट 30 दिसंबर 2016 तक बैंकों और डाकघरों में बदल सकते हैं या अपने खातों में जमा कर सकते हैं। सरकार की घोषणा के अनुसार 18 नवंबर तक सभी एटीएम से एक कार्ड से प्रतिदिन केवल दो हजार रुपये निकाले जा सकेंगे। 19 नवंबर से 24 नवंबर तक एटीएम से चार हजार रुपये निकाले जा सकेंगे। वहीं बैंकों और डाकघरों में प्रतिदिन चार हजार रुपये तक बदले जा सकेंगे। हालांकि बैंकों और डाकघरों में जितने चाहे उतने पुराने नोट जमा किए जा सकते हैं।  चेक या बैंक के निकासी फॉर्म द्वारा अपने बैंक खातों से एक दिन में अधिकतम 10 हजार रुपये तक निकाले जा सकते हैं।

माना जा रहा है कि पीए मोदी के इस साहसिक फैसले से देश के अंदर जमा कालाधन बाहर आएगा और अर्थव्यवस्था को बड़ा फायदा होगा। वहीं कई लोग आम आदमी को होने वाले दिक्कतों को देखते हुए सरकार के फैसले की आलोचना कर रहे हैं। शुक्रवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में एक बैंक में लाइन में लगकर चार हजार रुपये बैंक में बदले। गांधी ने कहा कि वो आम आदमी की दिक्कतों को सामने लाने के लिए ऐसा कर रहे हैं। वहीं ममता बनर्जी, मुलायम सिंह यादव, अरविंद केजरीवाल ने भी बीजेपी गठबंधन सरकार के फैसले की आलोचना की है। वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार के फैसले की सराहना की।