Adani Group: अडानी ग्रुप (Adani Group) ने हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) के खिलाफ कानूनी लड़ाई की तैयारी कर ली है। रिपोर्ट के मुताबिक गौतम अडानी (Gautam Adani) ने इस काम के लिए अमेरिकी लॉ फर्म वाचटेल (Wachtell) को हायर किया है। ब्रिटिश डेली की रिपोर्ट के अनुसार अडानी ग्रुप ने सामने आने वाले संकट से निपटने के लिए वाचटेल, लिप्टन, रोसेन और काट्ज़ के वरिष्ठ वकीलों को जिम्मेदारी दी है। न्यूयॉर्क स्थित यह कानूनी फर्म इस तरह के बड़े कॉरपोरेट कानून में माहिर मानी जाती है।

बता दें कि पिछले सप्ताह हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट सामने आने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों की कीमतों में भारी गिरावट आई थी। इस रिपोर्ट में अडानी ग्रुप द्वारा टॉक में हेरफेर और धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था। अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर अपने बयान में कहा कि न्यूयॉर्क स्थित इस कंपनी की यह रिपोर्ट झूठ के अलावा कुछ नहीं है। इस रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप ने 20 हजार करोड़ रुपये से अपने एफपीओ को भी वापस ले लिया था।

अडानी ग्रुप ने 29 जनवरी को 413 पन्नों की एक लंबी रिपोर्ट में कहा कि हिंडनबर्ग रिसर्च की हालिया रिपोर्ट किसी विशिष्ट कंपनी पर हमला नहीं है, बल्कि भारत, इसकी विकास की कहानी और महत्वाकांक्षाओं पर सुनियोजित हमला है। वहीं हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बहाने विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने इस मामले की जेपीसी जांच की मांग की है।

हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि हमने अपनी रिसर्च में अडानी समूह के पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों सहित दर्जनों व्यक्तियों से बात की। इस रिपोर्ट में कहा गया कि हजारों दस्तावेजों की जांच की लगभग आधा दर्जन देशों में जाकर साइट का दौरा किया। इसके बाद इस रिपोर्ट को तैयार किया गया है।