एक्टर प्रकाश राज ने निजी जीवन पर टिप्पणी को लेकर मैसूर से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ 1 रुपए के मानहानि का दावा ठोका है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मानहानि और धमकाने का मामला सिर्फ सांसद के खिलाफ किया है, उनकी पार्टी पर नहीं। प्रकाश ने कहा, ‘मैंने उनसे सिर्फ 1 रुपए का मुआवजा मांगा है।’ प्रताप सिम्हा ने कथित तौर पर पिछले साल 2 अक्टूबर को प्रकाश राज द्वारा सोशल मीडिया में जारी एक पोस्ट पर पर्सनल कमेंट किया था। बीजेपी सांसद ने अभिनेता की पत्नी और उनके दिवंगत बेटे पर भी निजी टिप्पणी की थी। दरअसल, प्रकाश राज ने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी की सोशल मीडिया में तीखी आलोचना की थी। इसके बाद प्रताप सिम्हा ने उनके खिलाफ ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था, ‘बेटे की मौत से दुखी, पत्नी द्वारा छोड़े जाने और एक डांसर के पीछे भागने वाले मिस्टर राज क्या आपको योगी-मोदी के बारे में कुछ भी बोलने का अधिकार है?’ इसके बाद प्रकाश राज ने भाजपा सांसद को पिछले साल नवंबर में नोटिस भेजकर बिना शर्त माफी मांगने को कहा था। एक्टर ने प्रताप सिम्हा को सीरियल ऑफेंडर (बार-बार अपराध करने वाला) करार दिया था।
Let’s set it straight….. I will continue to question. It’s my fundamental right pic.twitter.com/JJBegBjAGc
— Prakash Raj (@prakashraaj) October 23, 2017
मार्च में होगी सुनवाई: मीडिया रिपोर्ट में प्रकाश राज की अर्जी पर मामले की सुनवाई मार्च में होने की बात कही गई है। उनके वकील एम. महादेव स्वामी ने बताया कि सांसद के खिलाफ आईपीसी की धारा 499 और 500 के तहत मानहानि का आरोप लगाया गया है। उनके मुताबिक, अर्जी पर 3 मार्च को सुनवाई होगी। इस शिकायत के बारे में पूछे जाने पर प्रकाश राज ने मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि चूंकि यह मामला अब अदालत में विचाराधीन है, ऐसे में मीडिया के समक्ष इसका ब्योरा नहीं दिया जा सकता है। बता दें कि प्रकाश राज अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। अभिनेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कई बार सार्वजनिक तौर पर आलोचना कर चुके हैं। इसको लेकर वह ट्रोल भी हो चुके हैं। गौरी लंकेश की हत्या का मामला काफी चर्चित रहा था। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इसकी गंभीरता को देखते हुए उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया था। गौरतलब है कि एसआईटी जांच को लेकर उनका परिवार एकमत नहीं था। उनके भाई ने सीबीआई से जांच कराने की बात कही थी।

