जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद शनिवार को देश भर के शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे उन कश्मीरी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई, जिन्होंने कथित रूप से सोशल मीडिया पर देश-विरोधी पोस्ट लिखे। इस क्रम में जयपुर स्थित NIMS यूनिवर्सिटी ने आतंकी हमले के संबंध में वॉट्सऐप पर ‘देश विरोधी’ बातें लिखने वाले चार कश्मीरी छात्रों को निलंबित कर दिया। जबकि, बेंगलुरू में रीवा यूनिवर्सिटी के छात्र को फेसबुक पर पुलवामा हमले में शामिल फिदायीन हमलावर का वीडियो जारी करने और उसकी प्रशंसा करने के आरोप में हिरासत में लिया गया।

देहरादून में भी कश्मीर के रहने वाले 19 वर्षीय छात्र को उसके शिक्षण संस्थान ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। यहां Alpine Institute of Management and Technology में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्र ने सोशल मीडिया पर कथित रूप से हिजबुल के एक आतंकी की तस्वीर साझा की थी। इस आतंकी को बुधवार को ही सुरक्षा बलों ने एक एनकाउंटर में मार गिराया था।

उत्तर प्रदेश में भी पुलवामा हमले के समर्थन में पोस्ट लिखने और पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। वहीं, अहमदाबाद की एक दवा कंपनी ने श्रीनगर के रहने वाले अपने कर्मचारी को फेसबुक पर कथित तौर पर आतंकी हमले को ‘रियल सर्जिकल स्ट्राइक’ लिखने के आरोप में नौकरी से निकाल दिया।