कांग्रेस ने शुक्रवार सुबह केंद्र सरकार पर एक बड़ा आरोप लगाया। कहा गया कि उनका जो यूथ कांग्रेस का अकाउंट है, उसे आयकर विभाग ने फ्रीज कर लिया। ये अलग बात है कि बाद में पता चला कि अकाउंट को फ्रीज नहीं किया गया था। बस जांच करने की बात हुई है और उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अब इस पर हो रही राजनीति अपनी जगह है, लेकिन ये अकाउंट फ्रीज करना होता क्या है? आखिर कौन आपका अकाउंट फ्रीज कर सकता है? किस स्थिति में अकाउंट को फ्रीज किया जाता है?

अब जब भी अकाउंट फ्रीज किसी का किया जाता है, उस स्थिति में सामान्य लेनदेन नहीं हो पाता है। अगर फ्रीज अकाउंट के नाम पर कोई चेक भी दिया जाएगा तो वो बाउंस कर जाएगा। इस स्थिति में अकाउंट होल्डर अपने खाते में पैसे तो डाल सकता है, लेकिन उसे निकाल नहीं सकता। अब कई कारणों की वजह से अकाउंट को फ्रीज किया जाता है। अगर कभी किसी के बैंक अकाउंट में संदिग्धि ट्रांजेक्शन हो जाए, किसी तरह के अपराध की सुगबुगाहट हो, तब अकाउंट को फ्रीज किया जा सकता है।

अब अगर अकाउंट फ्रीज हो रहा है तो आप एटीएम से भी पैसे नहीं निकाल पाएंगे, चेक काटेंगे तो भी कैश नहीं मिलेगा। जो फंड भी आपके अकाउंट में जमा होंगे, आप उन्हें भी नहीं निकाल पाएंगे। अब समझने वाली बात ये है कि जब भी अकाउंट फ्रीज किया जाएगा, इसे लेकर कोई पहले से नोटिस नहीं मिलेगा। बल्कि अकाउंट फ्रीज होने के बाद नोटिस थमाया जाता है।

अब अकाउंट फ्रीज आयकर विभाग कर सकता है, आप खुद भी करवा सकते हैं और कुछ मौकों पर कोर्ट के आदेश के बाद भी कार्रवाई की जा सकती है। कई बार अगर आपक एटीएम कार्ड चोरी हो जाए, तब भी अकाउंट फ्रीज करवाया जाता है जिससे पैसे बाहर ना निकल सकें। कांग्रेस वाले मामले की बात करें तो ऐसे आरोप लगे थे कि यूथ कांग्रेस का अकाउंट फ्रीज करवा दिया गया।

कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा था कि हमें कल जानकारी मिली कि यूथ कांग्रेस के बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। कांग्रेस पार्टी के भी खाते सीज कर दिए गए हैं। इनकम टैक्स ने यूथ कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी से 210 करोड़ रुपये की रिकवरी मांगी है। चुनाव से ठीक 2 हफ्ते पहले जब विपक्ष के खाते फ्रीज कर दिए जाते हैं, तो यह लोकतंत्र को फ्रीज करने के बराबर है।