Gangster Abu Salem: गैंगस्टर अबू सलेम मुंबई बम धमाके के सिलसिले में तलोजा जेल में सजा काट रहा है। जेल में बंद गैंगस्टर अबू सलेम को अपनी जान का खतरा सता रहा है। उसने मुंबई सेशन कोर्ट में याचिका दाखिल की कि उसे तलोजा जेल से किसी दूसरी जेल में ना भेजा जाए।

सलेम की वकील अलीशा पारेख ने कहा कि उसने यह आवेदन इसलिए दायर किया है क्योंकि उसे लगता है कि उसकी जान को खतरा है। वहीं, तलोजा जेल ने जवाब देते हुए कहा कि अंडर सेल की हालत सही नहीं है और इसे फिर से बनाने की जरूरत है। इसलिए उसे दूसरी जेल में शिफ्ट किया जाना चाहिए। फिलहाल हमें अंतरिम राहत मिली हुई है। पहले भी सलेम पर दो बार हमला हो चुका है।

गैंगस्टर अबू सलेम को तलोजा जेल में कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। जानकारी के मुताबिक, जेल के अधिकारी इस सेल को सही करवाना चाहते हैं। इसलिए यहां के कैदियों को दूसरे जेल में ट्रांसफर करना चाहते हैं। वहीं, अबू सलेम का कहना है कि तलोजा जेल के अलावा उसके लिए दूसरी कोई भी जेल सेफ नहीं है। दूसरी जेलों में अन्य गिरोह के लोग हैं और उनसे उसकी जान को खतरा हो सकता है।

अबू सलेम को पुर्तगाल से किया गया था अरेस्ट

बता दें कि अबू सलेम को मुंबई 1993 सिलसिलेवार बम धमाकों के सिलसिले में दोषी ठहराया गया था। भारत में मोस्ट वांटेड बन जाने के बाद सलेम देश छोड़कर भाग निकला था। उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। इंटरपोल की टीमें लगातार उसकी तलाश में जुटी हुईं थी। आखिरकार 20 सितंबर 2002 को अबू सलेम को उसकी प्रेमिका मोनिका बेदी के साथ इंटरपोल ने लिस्बन, पुर्तगाल में अरेस्ट कर लिया था। उसकी गिरफ्तारी सैटेलाइट फोन से मिली लोकेशन के बाद ही संभव हो पाई थी।

पुर्तगाल की कोर्ट ने दी भारत में प्रत्यर्पण की मंजूरी

फरवरी 2004 में पुर्तगाल की एक कोर्ट ने उसका भारत में प्रत्यर्पण किए जाने को मंजूरी दे दी थी। उस पर भारत में मुंबई बम धमाकों का मामला चलाया जाना था। सलेम को 2015 में मुंबई के एक बिल्डर प्रदीप जैन की हत्या और 2017 में 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।