कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय के न्यायपालिका छोड़ कर राजनीति में शामिल होने की घोषणा पर काफी चर्चा हो रही है। हालांकि किसी अदालत के न्यायाधीश का राजनीति में शामिल होने के लिए इस्तीफा देना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी ऐसा हुआ है।

अभिजीत गंगोपाध्याय का यह ऐलान ऐसे वक्त में आया है जब पश्चिम बंगाल का बार एसोसिएशन काफी बंटा हुआ दिखाई दे रहा है। बंगाली समाचार चैनल एबीपी आनंद को दिए एक इंटरव्यू में जस्टिस गंगोपाध्याय ने कहा, “सत्तारूढ़ पार्टी (TMC) के नेताओं द्वारा मुझे कई बार (राजनीतिक) मैदान में आने और लड़ने की चुनौती दी गई है, इसलिए मैंने भी सोचा कि क्यों न मैदान में उतर ही जाया जाए।”

रिटायरमेंट से पहले इस्तीफा

अपने रिटायरमेंट से पहले इस्तीफा देने की चर्चा में अभिजीत गंगोपाध्याय पहला नाम नहीं है। भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश कोका सुब्बा राव ने 1967 में कांग्रेस के जाकिर हुसैन (पूर्व राष्ट्रपति) के खिलाफ विपक्षी उम्मीदवार के तौर पर राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए अपने रिटायरमेंट से तीन महीने पहले इस्तीफा दे दिया था।

रिटायरमेंट से बमुश्किल छह सप्ताह पहले पूर्व न्यायाधीश बहारुल इस्लाम ने कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में असम के बारपेटा से चुनाव लड़ा था।

क्यों है अभिजीत गंगोपाध्याय के ऐलान पर इतनी चर्चा?

एक तरफ चर्चा है कि पिछले कुछ वक्त से पश्चिम बंगाल बार एसोसिएशन काफी बंटा हुआ दिखाई दे रहा है। वहीं दूसरी तरफ माना जाता है दो साल से ज़्यादा के वक्त में जस्टिस गंगोपाध्याय ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और उनके नेताओं पर हमला किया है। कई ऐसे फैसले सुनाए हैं जिनसे टीएमसी की मुश्किलें बढ़ी हैं। उनका एक बयान इसका ताजा उदाहरण है।

एएनआई से बात करते हुए अभिजीत गंगोपाध्याय ने कहा,”.मैंने कलकत्ता उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के पद से इस्तीफा दे दिया है। पिछले दो या दो से ज्यादा साल में बड़े करप्शन के मामले पर फैसला दिया। एक बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है जिसे खोजा और पता लगाया। इस सरकार के शिक्षा क्षेत्र में बड़ी संख्या में महत्वपूर्ण लोग अब जेल में बंद हैं।” वह यहां टीएमसी की बात कर रहे थे।

सुनवाई के प्रोसेस के दौरान भी वकीलों के साथ तीखी नोकझोंक की बातें सामने आती रही है। जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय खुद अपने वरिष्ठ सहयोगियों के खिलाफ भी कई आरोप लगाए हैं, उनमें से एक पर किसी राजनीतिक दल के लिए काम करने का आरोप लगाया है।