पंजाब में भीषण गर्मी के बीच गहराए बिजली संकट के मुद्दे पर विपक्षी पार्टियां कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई है। पंजाब के मोहाली में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के घर के बाहर जमकर हंगामा किया। पुलिस ने इस दौरान आप सांसद भगवंत मान और विधायक हरपाल चीमा को हिरासत में ले लिया।
शनिवार को आप कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के सिसवां फ़ार्म हाउस के पास जमकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए भारी पुलिस बल को तैनात किया गया था। पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया। इस दौरान पंजाब पुलिस ने प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान और विधायक हरपाल सिंह चीमा सहित कई आप कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
#WATCH | Police use water cannons to disperse Aam Aadmi Party workers who are protesting near Punjab CM Amarinder Singh’s ‘Siswan Farm House’, in view of power crisis in the State. pic.twitter.com/RreKmirjzr
— ANI (@ANI) July 3, 2021
कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने से नाराज आम आदमी पार्टी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार पर जमकर हमला बोला। आप ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कायर कैप्टन ने आप सांसद भगवंत मान और दूसरे नेताओं को हिरासत में ले लिया। आपका समय पूरा हो चुका है कैप्टन! आम आदमी पार्टी जल्द ही पंजाब में चौबीसों घंटे बिजली पहुंचाएगी। साथ ही आम आदमी पार्टी ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि कैप्टन साहब अब मुख्यमंत्री के रूप में आपके गिनती के दिन ही बचे हैं। उसके बाद आप अपने फार्महाउस में छिप सकते हैं।
एक दिन पहले शिरोमणि अकाली दल ने भी बिजली बोर्ड के कार्यालयों के बाहर धरना दिया. शिअद नेता सुखबीर सिंह बादल ने बिजली कटौती के मुद्दे पर कैप्टन सरकार को घेरते हुए कहा कि अब गर्मी के दिनों में भी लोगों को बिजली नहीं मिल रही है। अगर बिजली सप्लाई ठीक नहीं हुई तो शिरोमणि अकाली दल बड़ा संघर्ष करेगी। वहीं बठिंडा से अकाली सांसद हरसिमरत कौर ने भी निशाना साधते हुए कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह पहले अपने महलों में लगे एसी बंद कराकर बिजली की बचत करें ना कि आम लोगों को गर्मी में मारने का प्रयास करें।
पंजाब में गहराए बिजली संकट के कारण दो दिनों का औद्योगिक वीकली ऑफ कर दिया गया है। इसके अलावा सभी सरकारी कार्यालयों में तीन जुलाई तक एसी बंद रखने की अपील की गई है। इतना ही नहीं पंजाब के कई इलाकों में 10 से लेकर 15 घंटे तक बिजली की कटौती की जा रही है। पंजाब में भीषण गर्मी और धान का मौसम होने के कारण बिजली की मांग पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए 14500 मेगावाट को भी पार कर गई है। लेकिन पंजाब के पास 13700 मेगावाट बिजली की ही उपलब्धता बताई जा रही है।