मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को झटका लगा है। बता दें कि विशेष सीबीआई अदालत में न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। जमानत याचिका में उन्होंने अपने खराब स्वास्थ्य, विशेष रूप से स्लीप एपनिया का हवाला दिया था। उनकी तरफ से वकील एन हरिहरन और भावुक चौहान अदालत में दलील दी।

सत्येंद्र जैन के वकील ने अदालत में कहा कि सबूतों के साथ छेड़छाड़ की कोई संभावना नहीं है, क्योंकि यह पहले ही एकत्र कर लिया गया था। वकील एन हरिहरन के जरिए जैन ने अपनी याचिका में कहा, “गवाहों को प्रभावित करने का ऐसा कोई आरोप पहले भी नहीं पाया गया है। जब मैं बाहर था और मुझे प्रभावित करने का मौका मिला, तब भी मैंने कोई दबाव नहीं डाला।”

राउज एवेन्यू स्थित विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल की अदालत ने सत्येन्द्र जैन की याचिका खारिज करते हुए कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग के मामले को लेकर ईडी की जांच लगातार जारी है। अभी ईडी छापेमारी भी कर रही है। ऐसे में जमानत देने का यह सही चरण नहीं है। अदालत ने कहा कि इसलिए सत्येन्द्र जैन की जमानत याचिका खारिज की जाती है।

वहीं सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका खारिज होने के बाद दिल्ली भाजपा नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने कहा, “ऐसी क्या मजबूरी है कि अरविंद केजरीवाल सत्येंद्र जैन को हटा नही पा रहे हैं? क्या सत्येंद्र जैन के काले पैसे में केजरीवाल का भी हिस्सा है? जो वो सत्येंद्र जैन को हटाते हुए डर रहे है?”

गौरतलब है कि बीते 30 मई को ED ने जैन को गिरफ्तार किया था। इस कार्रवाई से एक महीना पहले सत्येंद्र जैन की 4.81 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर हुई थी। ED ने कहा था कि सत्येंद जैन ने इन पैसों को जमीन खरीदने और दिल्ली के नजदीक एक फार्म लैंड खरीदने में इस्तेमाल किया था। इसके अलावा इससे उन्होंने अपना कर्जा भी उतारा था। गौरतलब है कि जैन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला 2017 में CBI की तरफ से दायर एक केस से जुड़ा है।

वहीं जैन की गिरफ्तारी के दौरान आम आदमी पार्टी ने ईडी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया था। सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी को लेकर मनीष सिसोदिया ने अपने ट्वीट में लिखा था, “सत्येंद्र जैन के ख़िलाफ़ 8 साल से एक फ़र्ज़ी केस चलाया जा रहा है। क्योंकि सत्येंद्र जैन हिमाचल के इलेक्शन इंचार्ज हैं। हिमाचल में भाजपा बुरी तरह से हार रही है। इसीलिए सत्येंद्र जैन को गिरफ़्तार किया गया है।”