AAP Rajya Sabha MP Sandeep Pathak Interview: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) और राज्यसभा सांसद संदीप पाठक (Sandeep Pathak) ने बताया है कि आप इस साल होने वाले राज्य विधानसभाओं में चुनाव लड़ेगी। इससे संबंधित सर्वे चल रहा है और आगे का निर्णय उसके आधार पर लिया जाएगा। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में यह बात कही। साथ ही, इस सवाल का भी जवाब दिया कि गुजरात आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष पद से गोपाल इटालिया को क्यों हटा दिया गया?
पिछले साल अप्रैल में राज्यसभा सांसद बनाए गए संदीप पाठक (Sandeep को दिसंबर, 2022 में पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बनाया गया था। आप में पहली बार इस पद पर किसी की नियुक्ति हुई है और अरविंंद केजरीवाल के बाद इसे दूसरा अहम पद माना जा रहा है। पिछले साल पंजाब में आप की जीत और गुजरात में पार्टी की चुनावी भूमिका में पाठक के अहम रोल के इनाम के तौर पर देखा जा रहा है।
आईआईटी के पूर्व प्रोफेसर और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) संदीप पाठक (Sandeep Pathak) ने 2023 में आम आदमी पार्टी के उद्देश्यों और योजनाओं को लेकर द इंडियन एक्सप्रेस से बात की है। कुछ सवाल और उनके जवाब पढ़ें:
गुजरात के बाद कौन से राज्य हैं जिन्हें लेकर आम आदमी पार्टी कर रही है तैयारी?
संदीप पाठक कहते हैं कि इस साल नौ राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं। हम यह विश्लेषण करने की कोशिश कर रहे हैं कि पार्टी की संभावनाएं कहां अधिक हैं और सर्वे कर रहे हैं। हम कैसे आगे बढ़ते हैं, यह आने वाले समय में तय होगा। इतना तय है कि हम सभी राज्यों में लड़ेंगे। एक महीने बाद हम अपनी योजना को लेकर और स्पष्टता के साथ बात करने की स्थिति में होंगे।
गुजरात चुनाव कांग्रेस का आक्रामक ना होकर लड़ना आप के लिए फायदेमंद रहा?
इस सवाल के जवाब में संदीप पाठक कहते हैं कि हमारी पार्टी काफी युवा और पेशेवर है। चाहे कांग्रेस लड़े या न लड़े, हम डटकर चुनाव लड़ते हैं। अगर कांग्रेस ने कड़ा संघर्ष किया होता तो भी उसे कुछ हासिल नहीं होता। लोग अब कांग्रेस को उम्मीद के तौर पर नहीं देखते। उनके पास कुछ अच्छे स्थानीय उम्मीदवार भी हैं जिन्हें शीर्ष नेतृत्व का समर्थन भी नहीं मिलता। फिर भी, वे अपने काम के कारण जीत गए। जब भी कोई तीसरी ताकत आती है, कांग्रेस का पतन हो जाता है।
अध्यक्ष पद से गोपाल इटालिया को क्यों हटाया गया?
संदीप पाठक ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि पार्टी का दायरा बढ़ाया जा रहा है। पार्टी कार्यकर्ताओं की उम्मीदों के मुताबिक यह एक नियमित फेरबदल है। गोपाल इटालिया को राष्ट्रीय राजनीति में लाया गया है और बड़ी भूमिका दी गई है।