Gujarat News: गुजरात में राजनीति फिर से गरमा गई है। नर्मदा जिले में शनिवार को तालुका पंचायत ऑफिस में एक मीटिंग के दौरान बीजेपी नेता और आप विधायक चैतर बसावा के बीच हाथापाई के बाद विधायक को अरेस्ट कर लिया गया है। एसपी प्रशांत सुम्बे ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘चैतर वसावा और बीजेपी नेता व डेडियापाड़ा तालुका पंचायत अध्यक्ष संजय वसावा के बीच झड़प हुई थी। डेडियापाड़ा के एसडीएम एसडी संगाडा ने हमें अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। संजय वसावा ने चैतर वसावा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। हमने उसे डेडियापाड़ा तालुका से हिरासत में लेने के बाद शनिवार शाम को गिरफ्तार कर लिया।’
संजय वसावा ने दावा किया कि चैतर वसावा ने एक महिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अनुचित भाषा का इस्तेमाल किया। अब पूरे विवाद की बात करें तो यह उस वक्त शुरू हुआ जब आप विधायक चैतर वसावा कोऑर्डिनेशन कमेटी की मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए तालुका पंचायत ऑफिस पहुंचे। बैठक में डेडियापाड़ा और सागबारा तालुका के तालुका विकास अधिकारी, मामलतदार और दोनों तालुकाओं के डिप्टी एग्जीक्यूटिव इंजीनियर शामिल हो रहे थे। इसके अलावा, दोनों तालुकाओं से तीन-तीन लोग, छह अन्य लोग भी बैठक में मौजूद थे।
चैतर वसावा के समर्थकों ने बताया कि उन्होंने छह लोगों के बारे में पूछताछ की और पाया कि उन्हें एटीवीटी की एक समिति में हाल ही में शामिल किया गया था। वह तालुका और गांवों में विकास के कामों से संबंधित है। वसावा ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि डेडियापाड़ा से निर्वाचित विधायक के रूप में उनकी सहमति नहीं ली गई थी।
एक नई समिति बनाई जाए – चैतर बसावा
इंडियन एक्सप्रेस को सूत्रों ने बताया चैतर वसावा ने कथित तौर पर मांग की कि समिति को भंग कर दिया जाए और एक नई समिति बनाई जाए। बैठक में मौजूद सूत्रों के अनुसार उन्होंने समिति में एक बिजनेसमैन को शामिल किए जाने पर भी आपत्ति जताई और कहा कि वह तालुका पंचायत का निर्वाचित सदस्य नहीं है। सूत्रों के अनुसार, चैतर वसावा की आपत्ति के बाद उनके और संजय वसावा के बीच कथित तौर पर तीखी नोकझोंक हुई। इसके दौरान दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को धक्का दिया। विधायक के समर्थकों ने दावा किया कि हाथापाई के दौरान चैतर वसावा के कपड़े भी फट गए।
इसके बाद चैतर वसावा संजय वसावा और अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए डेडीपाड़ा पुलिस स्टेशन पहुंचे। लेकिन जल्द ही एक अफवाह फैल गई कि विधायक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हो गए। स्थिति बिगड़ने पर आला अधिकारियों सहित भारी संख्या में पुलिस बल थाने पहुंचा।
स्थिति तनावपूर्ण होने पर पुलिस ने चैतर वसावा को नर्मदा जिले के हेडक्वार्टर राजपीपला ले जाने का फैसला किया। लेकिन सूत्रों ने बताया कि जैसे ही पुलिस के जवान चैतर वसावा को लेकर पुलिस जीप के पास पहुंचे, विधायक के समर्थक कथित तौर पर वाहन को आगे बढ़ने से रोकने के लिए सड़क पर लेट गए। पुलिस को उन्हें हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
अरविंद केजरीवाल ने साधा निशाना
चैतर बसावा की गिरफ्तारी पर आप चीफ अरविंद केजरीवाल ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘गुजरात में AAP विधायक चैतर बसावा को BJP ने गिरफ्तार कर लिया। विसावदर उपचुनाव में AAP के हाथों हार के बाद BJP बौखलाई हुई है। अगर उन्हें लगता है कि इस तरह की गिरफ्तारियों से AAP डर जाएगी, तो ये उनकी सबसे बड़ी भूल है। गुजरात के लोग अब BJP के कुशासन, BJP की गुंडागर्दी और तानाशाही से परेशान हो चुके हैं, बीजेपी को अब गुजरात की जनता जवाब देगी।’
आप के प्रदेश अध्यक्ष ने क्या कहा?
आप के प्रदेश अध्यक्ष इसुदान गढ़वी ने एक वीडियो मैसेज शेयर करते हुए कहा, ‘चैतर वसावा ने जिले में मनरेगा घोटाले का मुद्दा उठाया था, जिससे बीजेपी नेता और अन्य लोग नाखुश हैं। उन्हें पुलिस हिरासत में ले लिया गया है, जहां उन्हें वकीलों और अन्य लोगों से मिलने की अनुमति नहीं है।’ इस बीच, एसपी सुम्बे ने कहा, ‘बड़ी संख्या में लोग डेडियापाड़ा पुलिस स्टेशन और राजपीपला एलसीबी पुलिस स्टेशन पर एकत्र हुए। हमने स्थिति को कंट्रोल में कर लिया है। हमने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर फैली किसी भी अफवाह पर भरोसा न करें और कानून-व्यवस्था बनाए रखें।’ अरविंद केजरीवाल बोले – समाज उनकी शादी को नहीं मानेगा
