भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों के भी तनाव जारी है। पीएम मोदी शुक्रवार को लेह, लद्दाख में चल रहे सीमा संघर्ष की समीक्षा करने पहुंचे। प्रधानमंत्री, रक्षा स्टाफ के प्रमुख जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे के साथ वह लद्दाख के निमू स्थित फॉरवड पोजिशन पहुंचे। यहां पीएम ने सेना, वायु सेना और आईटीबीपी के कर्मियों के साथ बातचीत की। प्रधानमंत्री से बातचीत के दौरान जवान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठे थे।

पीएम ने लेह के नीमू में जवानों के साथ करीब आंधे घंटे बातचीत की। इस दौरान पीएम मोदी ने चीन का जिक्र नहीं किया। इस मुद्दे को लेकर एक टीवी चैनल पर बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी और कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ के बीच तीखी बहस हुई। बहस के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा , छह बार पूछ चुका हूं आखिर पीएम मोदी चीन का नाम क्यों नहीं लेते हैं? वल्लभ ने कहा कि मैं कह रहा हूं कि लाल पीली नीली गुलाबी आंखें  दिखाने की बात नहीं कर रहा हूं। मैं कह रहा हूं कि आखों में आंखे डालकर चीन का नाम लेने से पीएम मोदी जी को क्यों परहेज है?

(50वें मिनट के बाद से)

इस सवाल के जवाब पर सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मुझे बहुत दुख हुआ कि गौरव वल्लभ जी जोकि पढ़े लिखे प्रोफेसर हैं वो राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर को एक प्रदेश का बता रहे हैं। पंडित नेहरू ने इतिहास का कभी अध्य्यन नहीं किया था लेकिन हिस्ट्री पर किताब लिख दी डिस्कवरी ऑफ इंडिया और वो हमारे पाठ्यक्रम में पढ़ाए जाने लगी। सरकार उनकी थी राजा ने जो कह दिया वो पूरा होता है। आंख दिखाने के जवाब पर उन्होंने कहा कि आपने आंख दिखाने की बात कही लेकिन चीनियों की आंख में सबसे ज्यादा चमक कांग्रेस के लोगों के बयान से ही आती है।