महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस मिलकर सरकार का गठन करने जा रहे हैं। देवेंद्र फड़णवीस के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को गठबंधन का नेता चुना गया है। बीजेपी के साथ गठबंधन के तहत चुनाव लड़ने वाली शिवसेना अपनी मांग पूरी न होने के चलते बीजेपी से अलग हो गई। शिवसेना की मांग थी कि उन्हें ढाई साल के लिए सीएम पद दिया जाए। लेकिन बीजेपी ने इस मांग को सिर से खारिज कर दिया।

बहरहाल पिछले महीने आए चुनाव परिणाम के बाद महीनेभर का सियासी ड्रामा खत्म होता नजर आ रहा है। तीनों दल मिलकर सरकार का गठन करने जा रहे हैं। लेकिन इससे पहले मंत्रालयों के बंटवारे, डिप्टी सीएम पद पर पेंच फंसा हुआ है। अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि किस पार्टी का कौनसा मंत्रालय दिया जाएगा और किसे डिप्टी सीएम पद दिया जाएगा।

इस मुद्दे पर आत तक न्यूज चैनल के लाइव डिबेट कार्यक्रम ‘हल्ला बोल’ में शिवसेना नेता अनंत तरे और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव के बीच जमकर बहस हुई। इस दौरान बीजेपी प्रवक्ता ने तीनों दलों के बीच हुए इस गठबंधन पर कहा कि जल्द ही इनके बीच कुत्ते-बिल्ली की लड़ाई होगी।

दरअसल डिबेट के दौरान शिवसेना नेता कहते हैं ‘बीजेपी ने हमेशा शिवसेना को नीचा दिखाया। मंत्रालय के नाम पर सिर्फ मुंगफली थमा दी गई थीं। 2014 से 2019 के कार्यकाल के दौरान हमें अच्छे पोर्टफोलियों क्यों नहीं दिए गए। हमें हमेशा से इस बात का दुख था। बीजेपी चुनाव परिणाम आने के बाद चाहती थी कि शिवसेना को जो देंगे वह चुपचुपा ले ले। लेकिन उद्धव ठाकरे जी ने फैसला लिया और अपने इरादे साफ कर दिए। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ बंद कमरे में जो बात हुई थी उसे बाद में अनदेखा किया गया।’

अनंत तरे के इतना कहते ही शो की एंकर अंजना ओम कश्यप उन्हें बीच में ही टोक देती हैं और बीजेपी प्रवक्ता से पूछती हैं ‘ये जो इनके दिल में बोझ है क्या आप इसे समझते हैं? वह कह रहै हैं कि बीजेपी ने शिवसेना के साथ विश्वासघात किया है। इनकी शिकायत है कि आपने मंत्रालयों के नाम पर सिर्फ शिवसेना को मुंगफलियां थमा दी थीं।’

एंकर के इस सवाल पर जीवीएल नरसिम्हा राव कहते हैं ‘चुनाव से पहले तो ये लोग अपनी द्वेष को उजागर नहीं कर सके लेकिन परिणाम आने के बाद ये लोग मौके का फायदा उठा रहे हैं। सत्ता के लिए जो आपका प्रेम है क्या वह अन्य दो दल (कांग्रेस-एनसीपी) के लिए नहीं होगा? कौन सा मंत्रालय किसी मिलेगा और किसे नहीं इसपर कुत्ते बिल्ली की तरह लड़ाई होगी या नहीं होगी। मेरे ये शब्द सही हैं या नहीं मुझे मालूम नहीं। लेकिन मैं इतना जानता हूं कि ऐसा ही होने वाला है। देखिए डिबेट में आगे क्या हुआ:-