हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बादल फटने और अचानक आई बाढ़ ने तबाही मचा दी है। अब तक 10 लोगों की मौत, पांच के घायल होने और कई के लापता होने की पुष्टि हो चुकी है। राज्य में मंगलवार को बादल फटने की 11 घटनाएं, चार फ्लैश फ्लड और एक बड़ा भूस्खलन रिकॉर्ड किया गया, जिनमें से अधिकतर मंडी जिले में हुईं। इन घटनाओं ने स्थानीय जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग ने बुधवार को कांगड़ा, सोलन और सिरमौर जिलों में भारी बारिश और आकाशीय बिजली का अलर्ट जारी किया है, जबकि शनिवार को ऊना, हमीरपुर, कांगड़ा और मंडी जिलों के लिए भी गंभीर मौसम चेतावनी दी गई है।
देश के अन्य हिस्सों में भी मानसून सक्रिय है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पूर्वोत्तर राज्यों, दक्षिणी कर्नाटक, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, ओडिशा और विदर्भ में आज भारी बारिश की संभावना जताई गई है। दिल्ली-NCR में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं, जिससे उमस में कुछ राहत मिल सकती है। इसी बीच मंडी जिले के सराज क्षेत्र की बाड़ा पंचायत में सोमवार रात घ्याहण गांव में हुए भूस्खलन ने गिरधारी लाल के परिवार को झकझोर दिया। इस हादसे में 86 वर्षीय मंघरी देवी और उनके पोते विधि चंद की मलबे में दबकर मौत हो गई, जबकि परिवार के अन्य सदस्य घायल हो गए। विधि चंद ने साहस दिखाकर परिजनों को सुरक्षित बाहर निकाला, लेकिन दादी को बचाने लौटे तो खुद भी मलबे में दब गए। यह हादसा पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश की खतरनाक परिणति है।
देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून ने इस बार सामान्य समय से करीब 9 दिन पहले, 29 जून तक पूरे भारत को कवर कर लिया है। जून में औसत से 9% अधिक वर्षा दर्ज हुई है और जुलाई में भी सामान्य से अधिक बारिश की संभावना जताई जा रही है, जो कृषि और जल संग्रह के लिहाज से सकारात्मक संकेत है। दिल्ली-एनसीआर में 29 जून से मानसून सक्रिय हुआ है, जहां हल्की बारिश और गरज के साथ मौसम में बदलाव महसूस किया जा रहा है। मौसम विभाग ने 2 से 5 जुलाई तक हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान जताया है, हालांकि तापमान 32–33 डिग्री सेल्सियस और ऊंचा हीट इंडेक्स अब भी उमस को बढ़ा रहे हैं, खासकर ग्रामीण इलाकों में। मुंबई में जून में सामान्य से अधिक बारिश हुई—कोलाबा में 592 mm और सांताक्रूज में 512 mm वर्षा दर्ज की गई। 2–3 जुलाई के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी है, तेज हवाओं और कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
मुंबई के जलाशय लगभग 40% तक भर चुके हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर स्थिति दर्शाते हैं। दक्षिण भारत केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में अगले 6–7 दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट है, जिससे तुंगभद्रा, गोदावरी और कृष्णा जैसी नदियों में जलस्तर बढ़ सकता है। इसी तरह, मध्य और उत्तर-मध्य भारत के राज्यों—मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और बिहार—में भी अगले सप्ताह मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी है, विशेषकर नदी किनारे के इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
IMD Weather Forecast: यहां जानिए मौसम से जुड़े अपडेट्स
अयोध्या में सरयू नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। प्रशासन जलस्तर पर कड़ी निगरानी रख रहा है और एसडीआरएफ अलर्ट पर है। हालांकि यह अभी खतरे के निशान से नीचे है।
केंद्रीय जल आयोग के इंजीनियर अमन राज सिंह ने यूपी के अयोध्या में सरयू नदी के जलस्तर को अभी खतरे के निशान से नीचे बताया है। उन्होंने कहा, “…जलस्तर अभी ख़तरे के निशान से नीचे है। यह लगातार 3 सेमी प्रति घंटे की दर से बढ़ रहा है। ऐसा पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से हो रहा है…।”
ओडिशा में बालासोर, मयूरभंज और जाजपुर जिलों में बाढ़ से हालात बिगड़ चुके हैं। बालासोर की 46 पंचायतों में पानी घुस चुका है और 2,900 से ज्यादा लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है।
मध्य प्रदेश में भारी बारिश के कारण राजधानी भोपाल के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। आईएमडी ने शहर में ‘आंशिक रूप से बादल छाए रहने और बारिश, आंधी या धूल भरी आंधी की संभावना’ जताई है।
#WATCH | Madhya Pradesh | Heavy rains cause severe waterlogging in many parts of Bhopal. IMD forecasts 'partly cloudy sky with a possibility of rain, thunderstorm or duststorm' in the city. pic.twitter.com/nuwLSrtYCH
— ANI (@ANI) July 2, 2025
तमिलनाडु के त्रिची में मेट्टूर बांध से पानी छोड़े जाने के बाद मुक्कोंबू बांध में 47,000 क्यूसेक पानी का प्रवाह दर्ज हुआ। इसमें से 24,700 क्यूसेक पानी कावेरी नदी, 21,600 क्यूसेक कोल्लिडम नदी और 700 क्यूसेक शाखा नहरों में छोड़ा गया। यह पानी सिंचाई के लिए डेल्टा जिलों में भेजा जा रहा है।
#WATCH | Trichy, Tamil Nadu | Drone visuals of 47,000 cusecs of water inflow recorded at Mukkombu Dam (Upper Anicut) as of this morning following the release of Kaveri water from the Mettur Dam for irrigation in the Delta districts.
— ANI (@ANI) July 2, 2025
Of this, 24,700 cusecs is being released into… pic.twitter.com/nNhsd73xRm
दक्षिणी राज्यों के कई शहरों में लगातार बारिश से तुंगभद्रा, गोदावरी, कृष्णा जैसी नदियों में जलस्तर में तेजी से इजाफा हो रहा है। इससे बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है।
दक्षिण भारत के केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश में अगले 6–7 दिनों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। मानसून ट्रफ लगातार एक्टिव है और अगले सप्ताह तक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।
दिल्ली-एनसीआर में 29 जून से मानसून सक्रिय हुआ। मौसम विभाग ने फिलहाल येलो अलर्ट जारी किया है। 2 से 5 जुलाई के बीच हल्के से मध्यम स्तर तक बारिश की संभावना है।
दिल्ली-NCR में दिन भर बादल छाए रहेंगे और कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जिससे उमस में थोड़ी राहत मिल सकती है।
देश के कई हिस्सों में आज मानसून सक्रिय रहेगा, खासतौर पर उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पूर्वोत्तर राज्यों, दक्षिणी कर्नाटक, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, ओडिशा और विदर्भ में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
मंडी में बारिश के कारण निर्माणाधीन सुरंग स्थल पर भूस्खलन हुआ मंडी के बिजनी इलाके में भारी बारिश के बीच निर्माणाधीन सुरंग का बाहरी ऊपरी हिस्सा खिसक गया, जिससे भूस्खलन हो गया।
ब्यास नदी में बाढ़ आ गई है, सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे संपर्क बाधित हो गया है। अधिकारियों ने लोगों से सुरक्षित रहने और बाढ़ वाले क्षेत्रों से दूर रहने का आग्रह किया है।
जुलाई में भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में गागर नदी में तीन बच्चे फंस गए। तीनों मछली पकड़ने गए थे, लेकिन नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने के कारण फंस गए।
बादल फटने की घटना पर, सौम्या सांबशिवन, डीआईजी, सेंट्रल रेंज, मंडी ने कहा, “गोहर क्षेत्र में 9 लोग लापता बताए गए हैं। उन्हें खोजने के लिए खोज जारी है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें गोहर और करसोग क्षेत्रों में तैनात हैं और बचाव अभियान चला रही हैं। मैं एसएचओ के साथ विभिन्न स्थानों पर बचाव कार्यों की देखरेख कर रहा हूं। कुल्लू और मंडी जिलों में बादल फटने की घटनाएं सामने आ रही हैं… हम सभी से मौसम विभाग द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने और अपनी यात्रा सीमित करने का आग्रह करते हैं। भूस्खलन, सड़क अवरोधों और बादल फटने से निपटने और प्रभावित लोगों को बचाने के लिए राज्य के सभी जिलों में टीमें सक्रिय रूप से काम कर रही हैं।”
गिरे हुए पेड़ों के कारण मंडल से चोपता की ओर 15 किलोमीटर दूर गोपेश्वर-मंडल-चोपता मार्ग अवरुद्ध हो गया है, जिससे यातायात बाधित हो गया है।
अलवर शहर में भारी बारिश के कारण भयंकर बाढ़ आ गई, जिससे घर, दुकानें और सरकारी क्वार्टर जलमग्न हो गए। सड़कें जलमग्न और कीचड़युक्त हो गईं, जिससे आवागमन मुश्किल हो गया।
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश पर कुमाऊं मंडल के कमिश्नर दीपक रावत ने क्या कहा। “हम मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार काम कर रहे हैं। बागेश्वर में बहुत सी सड़कें (भूस्खलन के कारण) बंद हैं। करीब 26 सड़कें बंद हैं। सभी राजमार्ग चालू हैं। जेसीबी काम कर रही हैं। मैंने अपने अधिकारियों की मौजूदगी की जांच के लिए व्यक्तिगत रूप से कई केंद्रों पर फोन किया और मुझे उचित जवाब मिला।”
मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा के निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी है क्योंकि इन क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
यमुनोत्री हाइवे पिछले 56 घंटे से बंद है. सिलाई बैंड के पास पैदल जाने के लिए रास्ता बनाया गया है, जहां फंसे हुए स्थानीय ग्रामीणों को निकाला गया है।
एक बार फिर मौसम विभाग का पूर्वानुमान सटीक साबित हुआ. देहरादून समेत आस–पास के इलाकों में जोरदार बारिश शुरू हुई।
दिल्ली का अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री रहने की संभावना है।
देश के अधिकांश हिस्सों में मानसून की बारिश शुरू हो गई है। दिल्ली में भी पिछले दो दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। बारिश की वजह से अधिकतम तापमान में गिरावट आई है।
मौसम विभाग ने मंगलवार को राज्य भर के 25 से ज्यादा जिलों में बहुत भारी से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 24 घंटे में बारिश का आंकड़ा 8 इंच से ज़्यादा हो सकता है।
तमिलनाडु में बारिश जारी रहने का अनुमान जताया है। राज्य के अन्य हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है, जिसके साथ गरज के साथ बारिश भी हो सकती है। तापमान सामान्य से ऊपर रहने की उम्मीद है, जिससे कई क्षेत्रों में असुविधा हो सकती है।
भारी बारिश और बादल फटने से मंडी के अलग अलग हिस्से में तबाही जारी है। पंडोह डैम से 1 लाख 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिससे पंडोह बाजार में बीती रात पानी भरने से भगदड़ जैसे हालात हो गए।
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के सात जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। लगातार हो रही बारिश के कारण शिमला के चम्याणा अस्पताल की ओर जाने वाली सड़क भूस्खलन के कारण बंद हो गई है।
चंडीगढ़ सहित पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में सोमवार (30 जून) को भारी बारिश हुई।
सोमवार सुबह शिमला के उपनगरीय क्षेत्र भट्टाकुफर में एक पांच मंजिला इमारत ढह गई, जबकि रामपुर में बादल फटने से एक शेड से कई गायें बह गईं।
क्षेत्र में भारी बारिश के कारण सरयू नदी का जलस्तर बढ़ा। सरयू घाट से कुछ विजुअल हमारे सामने आए हैं।
#WATCH | Ayodhya, UP: Water level of the Saryu River rises due to heavy rainfall in the region. Visuals from Saryu Ghat. pic.twitter.com/pelp2lcCCb
— ANI (@ANI) July 1, 2025