अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की मांग जोर पकड़ती जा रही है। मंदिर को एजेंडे में लेकर केंद्र में आई मोदी सरकार पर इसे बनाने का दबाव बढ़ता जा रहा है। आमजन के साथ हिंदू संगठनों और बीजेपी की सहयोगी आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत भी सरकार से बिल लाकर मंदिर बनाने की मांग कर चुके हैं। अब एक मुस्लिम संगठन भी राम मंदिर के समर्थन में आकर हजारों मुसलमानों को एक साथ लाने का दावा कर रहा है। मुस्लिम राष्ट्रीय एकता मंच के यासिर जिलानी ने कहा है कि, मंदिर के लिए इस साल दिसंबर में हम 25 हजार मुसलमानों को बुला रहे हैं।

मुस्लिम संगठन के नेता ने कहा, हमारी कोशिश है कि देश भर के 25 हजार मुसलमानों को रामलीला मैदान पर एक साथ लाएं। इसके जरिए संदेश देना चाहते हैं कि भारत के मुसलमान भी अब यह मानते हैं कि राम मंदिर बनना चाहिए।

वहीं बीते दिनों राम मंदिर बनाने पर बाबरी मस्जिद के मुद्दई हाजी महबूब ने आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर को एक चिट्ठी लिखी थी। उन्होंने अयोध्या मामले को कोर्ट के बाहर सुलझाने की पहल की है। चिट्ठी के जरिए कहा गया है कि ‘अयोध्या मुद्दे को भाईचारे से हल करना चाहिए। अगर कोर्ट के बाहर इस मुद्दे को सुलझा लिया जाता है तो हिन्दुओं और मुसलमानों में लंबे समय तक सौहार्द और सद्भाव कायम रहेगा।’

वहीं दूसरी ओर 25 नवंबर को अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर एक बड़ा संत सम्मेलन होने जा रहा है। सम्मेलन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इसमें विश्व हिंदू परिषद के बड़े नेता और कार्यकर्ताओं के अलावा हिंदू संगठनों के जुटने की उम्मीद है।