Jagdeep Dhankhar Resign: देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई की रात अचानक अपने पद से इस्तीफा देकर ना केवल विपक्ष बल्कि सत्ता पक्ष को भी चौंका दिया। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों को इसकी वजह बताया। 74 साल के धनखड़ का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक का था। इसी बीच, शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत ने एक बड़ा दावा किया है और कहा कि सितंबर में बहुत कुछ होने वाला है।

मीडिया से बातचीत में शिवसेना यूबीटी के सांसद संजय राउत ने कहा, ‘देखिए मैं इस बारे में अभी कोई बात नहीं कर सकता हूं। लेकिन पर्दे के पीछे कुछ हो रहा है। बड़ी राजनीति हो रही है। दिल्ली में राष्ट्रीय राजनीति में पर्दे के पीछे कुछ ऐसी बात हो रही है जो जल्दी ही सामने आ जाएगी। उपराष्ट्रपति का जो इस्तीफा है वो कोई साधारण घटना नहीं है। जो कारण दिया गया है उनकी हेल्थ का मैं वो मानने को बिल्कुल तैयार नहीं हूं। वो बहुत ही स्वस्थ आदमी हैं और खुश मिजाज आदमी हैं। वैसे मैदान छोड़ने वाले आदमी में से तो नहीं है। हमारे उनसे मतभेद तो हो सकते हैं और दूसरा मैं मानता हूं कि वो सहजता से मैदान छोड़ने वाले व्यक्ति नहीं है। वो लड़ने वाले आदमी है।’

बीजेपी को विपक्ष से दिक्कत – संजय राउत

संजय राउत ने आगे दावा करते हुए कहा, ‘नहीं उनकी हेल्थ ठीक है और वो एकदम स्वस्थ हैं। कल दिनभर मैं जब उनको देख रहा था तो वो एकदम परफैक्ट थे। कुछ ना कुछ तो हो रहा है। इस बात का जल्द से जल्द पता चलेगा। बहुत कुछ हो सकता है सितंबर के महीने में। आपको जल्दी ही देखने को मिलेगा। बीजेपी को तो विपक्ष से प्रॉब्लम होती ही है। वो तो विपक्ष को देश में रखना ही नहीं चाहती है।

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जयराम रमेश ने भी उठाए सवाल

कांग्रेस पार्टी के सांसद जयराम रमेश ने भी धनखड़ के इस्तीफे को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘कल दोपहर 12:30 बजे जगदीप धनखड़ ने राज्यसभा की कार्य मंत्रणा समिति (BAC) की अध्यक्षता की। इस बैठक में सदन के नेता जेपी नड्डा और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू समेत ज़्यादातर सदस्य मौजूद थे। थोड़ी देर की चर्चा के बाद तय हुआ कि समिति की अगली बैठक शाम 4:30 बजे फिर से होगी।’

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कांग्रेस नेता ने आगे कहा, ‘शाम 4:30 बजे जगदीप धनखड़ की अध्यक्षता में समिति के सदस्य दोबारा बैठक के लिए इकट्ठा हुए। सभी नड्डा और रिजिजू का इंतजार करते रहे, लेकिन वे नहीं आए। सबसे हैरानी की बात यह थी कि जगदीप धनखड़ को व्यक्तिगत रूप से यह नहीं बताया गया कि दोनों मंत्री बैठक में नहीं आएंगे। स्वाभाविक रूप से उन्हें इस बात का बुरा लगा और उन्होंने BAC की अगली बैठक आज दोपहर 1 बजे के लिए टाल दी। इससे साफ है कि कल दोपहर 1 बजे से लेकर शाम 4:30 बजे के बीच जरूर कुछ गंभीर बात हुई है, जिसकी वजह से जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू ने जानबूझकर शाम की बैठक में हिस्सा नहीं लिया।’

जयराम रमेश ने कहा, ‘अब एक बेहद चौंकाने वाला कदम उठाते हुए, जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इसकी वजह अपनी सेहत को बताया है। हमें इसका मान रखना चाहिए। लेकिन सच्चाई यह भी है कि इसके पीछे कुछ और गहरे कारण हैं। जगदीप धनखड़ ने हमेशा 2014 के बाद के भारत की तारीफ की, लेकिन साथ ही किसानों के हितों के लिए खुलकर आवाज उठाई। उन्होंने सार्वजनिक जीवन में बढ़ते ‘अहंकार’ की आलोचना की और न्यायपालिका की जवाबदेही व संयम की जरूरत पर जोर दिया। मौजूदा ‘G2’ सरकार के दौर में भी उन्होंने जहां तक संभव हो सका, विपक्ष को जगह देने की कोशिश की।’ पल-पल की अपडेट्स के लिए पढ़ें लाइव ब्लॉग