असम और मिजोरम आपस में 164 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं। दोनों ही पहाड़ी इलाके हैं। पहाड़ी इलाकों में खेती करने के लिए जमीन बेहद कम होती है, इसलिए स्थानीय लोगों के बीच खेती की जमीन के छोटे से टुकड़े के लिए विवाद होता रहता है। उधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि गृह मंत्री ने देश को फिर निराश किया।

ताजा विवाद उस वक्त बढ़ गया, जब असम पुलिस ने अपनी सीमा पर मिजोरम के लोगों को खेती करने से रोका और उनको वहां से खदेड़ दिया। विवाद इतना बढ़ा कि झगड़ा हिंसक हो गया। असम-मिजोरम बॉर्डर के लायलापुर में असम पुलिस के 6 जवान शहीद हो गए हैं, वहीं, 50 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। असम का आरोप है कि मिजोरम के लोगों ने गोलीबारी की और मिजोरम का आरोप है कि असम पुलिस के जवानों ने आम नागरिकों पर फायरिंग की।

असम-मिजोरम विवाद में छह जवानों की मौत
शाह ने की दोनों सीएम से बात

सूत्रों के अनुसार असम के बराक घाटी के जिले- कछार, करीमगंज और हैलाकांडी, मिजोरम के तीन जिलों- आइजोल, कोलासिब और मामित के साथ लगते हैं। अक्सर इन्ही इलाकों में विवाद की ज्यादा खबरें होती हैं। ताजा विवाद में दोनों सूबे एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। कोई भी अपनी गलती मानने को तैयार नहीं दिख रहा।

असम पुलिस ने कहा कि सीमा पार से उपद्रवियों ने उस समय अचानक गोलीबारी शुरू कर दी, जब दोनों पक्षों के नागरिक अधिकारी मतभेदों को सुलझाने के लिए बातचीत कर रहे थे। उधर, मिजोरम ने असम पुलिस पर लाठीचार्ज करने और टीयर गैस छोड़ने के आरोप लगाए।

खास बात है कि असम में फिलहाल बीजेपी की सरकार है। जबकि मिजोरम में बीजेपी नीत पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (नेडा) में शामिल मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) की सरकार है। इसके बावजूद भी दोनों के बीच सिर फुटौव्वल लगातार चल रही है।

जब विवाद ज्यादा बढ़ा तो गृह मंत्री अमित शाह ने असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा और मिजोरम के सीएम जोरमथांगा के साथ बातचीत की। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उनसे अंतरराज्यीय सीमा पर शांति बनाए रखने को कहा। गृह मंत्री ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि सीमा विवाद को आपसी सहमति से हल करें। दोनों कहा कि शांति सुनिश्चित करने और सीमा मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने असम-मिजोरम सीमा विवाद के अचानक बढ़ने से भड़की हिंसा में कई लोगों के मारे जाने पर दुख जताते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि गृह मंत्री अमित शाह ने लोगों के जीवन में घृणा और अविश्वास का बीज बोकर एक बार फिर देश को निराश किया है। उन्होंने हिंसा से जुड़ा एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया- जो लोग मारे गए हैं, उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना है। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। उन्होंने कहा कि भारत अब भयावह नतीजों से दो-चार हो रहा है।