बीते सोमवार को पूरे देश में मुंबई आतंकी हमले की 10वीं बरसी पर इस हमले के दौरान मारे गए लोगों और शहीद जवानों को याद किया गया। लेकिन दुख की बात ये है कि इतने साल गुजरने के बाद भी मुंबई हमले के मास्टरमाइंड अभी भी खुले घूम रहे हैं। अब सुरक्षा एजेंसियों के एक अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में बताया है कि मुंबई हमले के एक मुख्य आरोपी ने बचने के लिए ऑपरेशन कराकर अपनी शक्ल ही बदल ली है। यह आतंकी साजिद माजिद उर्फ साजिद मीर बताया जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, साजिद मीर पिछले 2 सालों से अंडरग्राउंड है और माना जा रहा है कि इसी दौरान उसने सर्जरी कराकर अपनी शक्ल बदल ली है।
बता दें कि साजिद मीर 26/11 के मुंबई हमले के साजिशकर्ताओं की टीम का अहम हिस्सा है। साजिद मीर लश्कर-ए-तैयबा के कराची प्रोजेक्ट का हेड था। साजिद मीर ने ही डेनमार्क के अखबार Jyllands-Posten पर भी हमले की साजिश रची थी। डेनमार्क के इसी अखबार ने पैगम्बर मुहम्मद के विवादित कार्टून प्रकाशित किए थे। हालांकि मुंबई हमले में लश्कर-ए-तैयबा और पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी का नाम सामने आने पर इन्होंने डेनिश अखबार पर हमले की योजना टाल दी थी। साजिद मीर के अलावा एक अन्य आरोपी अब्दुर रहमान सैयद बताया जा रहा है, जो कि पाकिस्तानी सेना से रिटायर्ट अधिकारी है। मुंबई क्राइम ब्रांच द्वारा दाखिल की गई चार्जशीट के अनुसार, अब्दुर रहमान सैयद फिलहाल आईएसआई की खूफिया सुरक्षा में लाहौर में रह रहा है।

उल्लेखनीय है कि मुंबई हमले के बाद भारत की तरफ से पड़े दबाव के बाद पाकिस्तानी सरकार ने साल 2008 से 2009 के बीच कई लोगों की गिरफ्तारी का दावा किया था। जिनमें जरार शाह का नाम भी शामिल था। जरार शाह पर आरोप है कि उसने मुंबई हमले के लिए आर्थिक और लॉजिस्टिक मदद मुहैया करायी थी। हालांकि भारतीय जांच एजेंसियों का मानना है कि जरार शाह एक फर्जी आरोपी है और मुंबई हमले का मुख्य आरोपी साजिद मीर है। साजिद मीर ने ही मुंबई हमले के लिए आर्थिक और लॉजिस्टिक मदद मुहैया करायी थी और साजिद मीर और अब्दुर रहमान ही पाकिस्तान में बैठकर अजमल कसाब समेत आतंकियों को दिशा-निर्देश दे रहे थे।