कोरोना वायरस के चलते महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग 2019 के इंटरव्यू में हो रही देरी से दुखी एक 24 वर्षीय छात्र ने ख़ुदकुशी कर ली। पुणे के रहने वाले मृतक छात्र स्वप्निल लोणकर ने महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग 2019 की प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा पास कर ली थी। पुलिस ने मृतक के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है।

जानकारी के अनुसार पुणे के हडपसर इलाके में रहने वाले 24 वर्षीय सिविल इंजीनियर स्वप्निल लोणकर ने महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण की थी। वह अंतिम साक्षात्कार होने का इंतजार कर रहा था। लेकिन कोरोना के चलते परीक्षा की प्रक्रिया काफी धीमी चल रही थी। साथ ही उसने 2020 की प्रारंभिक परीक्षा भी पास कर ली। परीक्षा में हो रही देरी की वजह से उसे उम्र सीमा पार करने का डर भी सता रहा था। 

पुलिस के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार स्वप्निल लोणकर के पिता पुणे के शनिवार पेठ इलाके में एक प्रिंटिंग प्रेस के मालिक हैं। उनके माता-पिता बुधवार को काम के सिलसिले में वहां गए थे। उसकी बहन भी उस दिन किसी काम से बाहर गई हुई थी। दोपहर में जब वह घर लौटी तो वह अपने भाई को खोजने लगी। जब वह अपने भाई के कमरे में दाखिल हुई तो वहां उसने अपने भाई को पड़ा देखा। उसके बाद उसने अपने माता-पिता को फोन कर बुलाया और पुलिस को इसकी सूचना दी। जिसके बाद स्वप्निल लोणकर को अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। 

पुलिस ने मृतक के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है। अपने सुसाइड नोट में मृतक छात्र ने लिखा कि एमपीएससी, सब माया जाल है. इसके झांसे में ना पड़ो। आने वाले दिनों में उम्र और बोझ बढ़ती जा रही है। मेरा आत्मविश्वास कम हो रहा है। मुझे प्रारंभिक परीक्षा पास किए दो साल हो गए हैं। मेरे ऊपर पहाड़ के आकार का कर्ज जमा हो गया है जिसे प्राइवेट नौकरी करके खत्म नहीं किया जा सकता है। अगर कोरोना नहीं होता तो सभी परीक्षाएं समय पर होती और जीवन थोड़ा अलग होता।

सुसाइड नोट में मृतक छात्र स्वप्निल लोणकर ने यह भी लिखा कि उसके मन में पिछले कुछ समय से नकारात्मक विचार थे लेकिन इस उम्मीद में था कि जल्दी ही कुछ अच्छा होगा। लेकिन अब इसकी संभावना नहीं लगती है। उसकी आत्महत्या के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है, यह उसका अपना निर्णय है। इसलिए उसे क्षमा करें। पुलिस ने मृतक छात्र की ख़ुदकुशी को लेकर आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है।