वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। बीजेपी के खिलाफ राष्‍ट्रीय स्‍तर पर गठबंधन बनाने की प्रक्रिया ने अभी रफ्तार नहीं पकड़ी है, लेकिन आगामी चुनाव में विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद का दावेदार कौन होगा इसको लेकर बयानबाजी का दौर शुरू हो चुका है। राहुल गांधी ने यूरोप यात्रा के दौरान पीएम पद की रेस में शामिल न होने की बात कही थी। राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने कांग्रेस अध्‍यक्ष के बयान पर खुशी जताई है। मुंबई में पार्टी नेताओं की बैठक को संबोधित करते हुए पवार ने कहा, ‘मैं खुश हूं कि कांग्रेस नेता ने भी कहा कि वह प्रधानमंत्री पद की दौर में शामिल नहीं हैं।’ बता दें कि विपक्षी दलों की ओर से शरद पवार को भी पीएम के सशक्‍त उम्‍मीदवारों में से एक माना जा रहा है। उनके अलावा ममता बनर्जी भी गैर बीजेपी दलों में सबसे ज्‍यादा प्रभावशाली और मुखर हैं।

एनसीपी प्रमुख ने पीएम पद के लिए दिया ‘फॉर्मूला’: शरद पवार ने पार्टी नेताओं की बैठक में वर्ष 2019 में विपक्षी खेमे से पीएम बनने का फॉर्मूला भी पेश किया। विपक्षी एकता में अहम भूमिका निभाने के इच्‍छुक एनसीपी प्रमुख ने चुनाव होने तक इस मसले को टालने की भी बात कही। पवार ने कहा, ‘पहले चुनाव तो होने दीजिए…इन लोगों (बीजेपी) को सत्‍ता से हटाना है। उसके बाद हमलोग इकट्ठे बैठेंगे। जिस दल को ज्‍यादा सीटें मिलेंगी, वह प्रधानमंत्री पद के लिए दावा ठोक सकेगा।’ पवार ने स्‍पष्‍ट किया कि 1977 और 2004 के आम चुनावों की तर्ज पर पीएम पद के प्रत्‍याशी का चयन होना चाहिए। महाराष्‍ट्र के दिग्‍गज नेता ने कहा कि पहला लक्ष्‍य बीजेपी को सत्‍ता से हटाना होना चाहिए।

राज्‍य स्‍तर पर गठजोड़ की वकालत: बीजेपी के बढ़ते प्रभाव ने क्षेत्रीय दलों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ऐसे में ये दल वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में खुद को प्रासंगिक रखने की कोशिश में जुटे हैं। शरद पवार विरोधी खेमे के कद्दावर नेताओं में से एक हैं। उन्‍होंने बीजेपी को हटाने के लिए भी फॉर्मूला दिया। उन्‍होंने कहा कि बीजेपी विरोधी दलों को राज्‍य स्‍तर पर गठबंधन करना चाहिए। उन्‍होंने ईवीएम से छेड़छाड़ का भी मुद्दा उठाया। साथ ही चुनाव आयोग से बैलट पेपर के जरिये चुनाव कराने का आग्रह किया।

सीट बंटवारे पर चर्चा जल्‍द: शरद पवार ने कांग्रेस के साथ सीटों के बंटवारे पर जल्‍द ही चर्चा करने की बात कही है। उन्‍होंने कहा कि इस मसले पर अगले सप्‍ताह कांग्रेस नेता अशोक गहलोत और अशोक चव्‍हाण के साथ प्रफुल्‍ल पटेल और जयंत पाटिल चर्चा करेंगे। पवार ने नरेंद्र मोदी को मजबूत विरोधी बताया। साथ ही कहा कि इससे चिंतित होने की बात नहीं है, क्‍योंकि देश की आम जनता हमलोगों से ज्‍यादा चौकन्‍नी और स्‍मार्ट है।