जम्मू कश्मीर के सांबा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर क्षेत्र के नजदीक एक सुंरग मिली है। ये सुरंग भारतीय सुरक्षाबलों को मिली है। यह पहला बार नहीं है जब ऐसी कोई सुरंग बार्डर पर मिली है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले 8 सालों में 8 सुरंगें मिल चुकी हैं जिनका इस्तेमाल आतंकी करते रहे हैं। सांबा सेक्टर में मिली यह सुरंग पाकिस्तान में शुरू और सांबा में समाप्त होती है।

सांबा सेक्टर के इंटरनेशनल बॉर्डर एरिया के पास एक टन्नल पाई गई। एन. एस. जम्वाल IG BSF जम्मू ने बताया, “कल टीम ने इस टन्नल को ढूंढ निकाला। ये 150 गज ज़ीरो लैंड से भारत की तरफ खुदी है। भारत की तरफ जहां इसका एग्ज़िट प्वाइंट है वहां रखे सैंड बैग्स पर पाकिस्तान की मार्किंग है।” अधिकारियों ने बताया कि सुरंग के द्वार पर आठ से 10 रेत की बोरियां मिली हैं जिनपर ‘कराची’ और ‘शकरगढ़’ लिखा है। उनपर दर्ज निर्माण एवं मियाद खत्म होने की तारीख से संकेत मिलता है कि इनका हाल में निर्माण हुआ है।

बीएसएफ के सूत्रों ने बताया कि गश्ती दल की सूचना के बाद अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर सुरंग की जांच की। उस दौरान सुरंग का मुंह मिट्टी के भरे 8-10 कट्टों से ढका हुआ था। जम्वाल ने बताया “सैंड बैग्स की हालत देखने से लगता है कि ये टन्नल नई है। ये जमीन से 25 फुट गहरी है। बॉर्डर एरिया में इतनी बड़ी टन्नल पाकिस्तान रेंजर्स और दूसरी एजेंसियों के अप्रूवल के बिना नहीं बन सकती। इतनी बड़ी टन्नल खोदने में जरूर पाकिस्तान एस्टाब्लिशमेंट का हाथ है।” जहां सुरंग मिली है वहां से पाकिस्तान की चौकी महज 400 मीटर की दूरी पर है।

वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हाल में हुई बारिश के बाद कुछ स्थानों पर जमीन धंसने से बीएसएफ को आशंका हुई। अधिकारी ने बताया कि सुरंग का पता लगाने के लिए तत्काल मशीन मंगाई गई, मौके पर निरीक्षण करने पर पता चला कि सुरंग निर्माणाधीन है, जिसकी लंबाई करीब 20 मीटर है।