पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के रानाघाट स्थित कान्वेंट में डकैती और एक नन के साथ बलात्कार के मामले में सीआइडी टीम को 12वें दिन बड़ी कामयाबी मिली। इस मामले के पहले अभियुक्त सिकंदर शेख उर्फ सलीम शेख को बुधवार को मुंबई से गिरफ्तार किया गया। उसके बाद उससे पूछताछ के आधार पर सीआइडी ने गुरुवार को कोलकाता से सटे उत्तर 24-परगना जिले के हाबरा से गोपाल सरकार नामक एक और अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया।

इन दोनों गिरफ्तारियों के बाद बंगाल के आर्कबिशप थामस डिसूजा ने जहां संतोष जताया है, वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राहत की सांस ली है। इस घटना और उसके बाद किसी भी अभियुक्त के गिरफ्तार नहीं होने की वजह से ममता सरकार की काफी किरकिरी हो रही थी।

सीआइडी के डीआइजी (आपरेशन) दिलीप कुमार अदक ने बताया कि हमने मुंबई पुलिस के सहयोग से सिकंदर शेख उर्फ सलीम शेख को मुंबई में उसके घर से गिरफ्तार किया। अदक ने बताया कि शेख से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर यहां हाबरा से गोपाल सरकार नामक दूसरे अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया। उसने कान्वेंट में धावा बोलने वाले डकैतों के गिरोह को शरण दी थी।

इस बीच, मुंबई से विमान से सलीम को कोलकाता लाने के बाद सीआइडी की टीम उसे लेकर एअरपोर्ट से ही रानाघाट रवाना हो गई। वहां अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पापिया सरकार की अदालत में पेश करने पर उन्होंने सलीम को 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजने का निर्देश दिया।

स्थानीय बार एसोसिएशन की ओर से सलीम की ओर से कोई वकील मामले की पैरवी के लिए सामने नहीं आया। रानाघाट बार एसोसिएशन के सचिव मिलन सरकार कहते हैं कि उस व्यक्ति ने जघन्य अपराध किया था। इसलिए हमने आम राय से उसका केस नहीं लड़ने का फैसला किया है।

इस मामले में कुल सात अभियुक्त थे। अब दो लोगों की गिरफ्तारी के बाद सीआइडी ने दावा किया है कि बाकी पांच अभियुक्तों को भी जल्दी ही गिरप्तार कर लिया जाएगा। सीआइडी अधिकारियों का दावा है कि सलीम का चेहरा भी कान्वेंट में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था।

ध्यान रहे कि बीते 14 मार्च को तड़के डकैतों के एक गिरोह ने कान्वेंट आफ जीसस एंड मेरी पर धावा बोलकर 12 लाख रुपए लूट लिए थे और उसके बाद 71 साल की एक नन के साथ सामूहिक बलात्कार किया था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना की सीआइडी जांच का निर्देश दिया था। दूसरी ओर, कुछ दिनों तक अस्पताल में रहने के बाद वह नन यहां से दिल्ली चली गई है। कान्वेंट में लगे सीसीटीवी कैमरे में चार अभियुक्तों की तस्वीरें कैद हुई थीं।