प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में कुल मंत्रियों की संख्‍या 80 हो चुकी है। मंगलवार(5 जुलाई) को 19 नए मंत्री बनाए गए। इसमें उत्‍तर प्रदेश से तीन और सांसदों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। इस विस्‍तार के बाद अब यूपी से कुल 12 मंत्री हो चुके हैं जो कि अब तक के सबसे ज्‍यादा है। वहीं मंत्रिमंडल के आंकड़ें पर नजर डाले तो अब केवल दो पद खाली हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल में अधिकतम 82 मंत्री बनाए जा सकते हैं। मनमोहन सिंह के नेतृत्‍व वाली यूपीए-2 सरकार में 78 मंत्री थे। 2014 के चुनावों ने पीएम मोदी ने मिनिमम गवर्नमेंट मैक्सिमम गर्वनेंस का नारा दिया था।

Cabinet Reshuffle: मंत्रिमंडल विस्‍तार के बाद मोदी सरकार के पांच मंत्रियों ने दिए इस्‍तीफे

नए मंत्रियों में चंदौली से सांसद महेंद्र पांडे(ब्राह्मण), शाहजहांपुर से सांसद कृष्‍णा राज(दलित) और मिर्जापुर से अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल(कुर्मी-ओबीसी) शामिल हैं। ये तीनों पहली बार सांसद चुने गए हैं। वर्तमान में यूपी से पांच कैबिनेट, तीन राज्‍य मंत्री(स्‍वतंत्र प्रभार) और चार राज्‍य मंत्री हैं। 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने 71 और अपना दल ने 2 सीटें यानि एनडीए को 80 में से 73 सीटें मिली थीं।

Cabinet Reshuffle 2016: डॉक्‍टर, पत्रकार, वकील, लेखक और पूर्व आईएएस मोदी के मंत्री

modi cabinet, modi cabinet reshuffle

अनुप्रिया पटेल: BJP ने खेला UP के लिए दांव, पर अपनी ही पार्टी से निष्‍कासित हैं मोदी की नई मंत्री

मंत्रिमंडल विस्‍तार में यूपी से और मंत्री बनाए जाने की संभावना लग भी रही थी। क्‍योंकि अगले साल यहां पर चुनाव होने हैं और इस लिहाज से भाजपा ने सामाजिक स्थिति को ध्‍यान में रखते हुए मंत्रियों को चुना है। पिछले महीने की 13 तारीख को जब उन्‍होंने इलाहाबाद में परिवर्तन रैली को संबोधित किया था उस समय कहा था, ”मंच देखकर लगता होगा कि केंद्र सरकार में यूपी का कितना दबदबा है।” इससे पहले सहारनपुर रैली में कहा था, ”मैं यूपी वाला हूं और यूपी से सांसद हूं।” मोदी वाराणसी से सांसद हैं। मंत्रिमंडल विस्‍तार में सामाजिक प्रतिनिधित्‍व को देखे तो कृष्‍णा राज दलित हैं। उन्‍हें बसपा के वोट बैंक में सेंध लगाने के तहत शामिल किया गया है। वह दो बार विधायक रह चुकी हैं।

शपथ लेते समय नाम लेना भूले मोदी के मंत्री, राष्‍ट्रपति ने याद दिलाया तो कहा- सॉरी, सॉरी

अनुप्रिया पटेल ओबीसी चेहरा हैं। उनके पिता सोन पाल पटेल ने अपना दल का गठन किया था। 2012 में उन्‍होंने रोहणिया से विधानसभा चुनाव लड़ा था जिसमें जीत मिली थी। आम चुनावों में भाजपा के साथ गठबंधन कर वह सुर्खियों में आई थीं। अनुप्रिया के जरिए भाजपा सपा में गए बेनी प्रसाद वर्मा से टक्‍कर लेना चाहती है। बेनी वर्मा भी कुर्मी समाज से हैं। इधर, महेंद्र पांडे के जरिए भाजपा ब्राह्मणों को जोड़ना चाहती है। पांडे कल्‍याण सिंह और राजनाथ सिंह के मुख्‍यमंत्री काल में यूपी में मंत्री थे।

Modi Cabinet Reshuffle 2016: सोशल मीडिया पर उड़ा पीएम का मजाक, जेटली को बाहर करने की मांग