अरुणाचल प्रदेश से 14 दिन से लापता 19 मजदूरों में से 1 का शव मिला है। बाकी 18 मजदूरों के बारे में अभी भी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। भारत-चीन बॉर्डर के पास के कुरुंग कुमे जिले में ये सभी सड़क परियोजना के काम में लगे थे। 5 जुलाई को सभी मजदूर असम के लिए रवाना हुए थे और तब से ही लापता हैं। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक मृतक मजदूर का शव कुमी नदी के पास मिला है। बाकी लापता मजदूरों की तलाश जारी है। इसके लिए बचाव दल को घटनास्थल पर भेजा गया है।
सभी मजदूर असम के रहने वाले थे और ईद के मौके पर अपने घर असम जाना चाहते थे। उन्होंने कॉन्ट्रैक्टर से छुट्टी मांगी, लेकिन उसने मना कर दिया। इस पर मजदूर पैदल ही अपने घर के लिए निकल पड़े। इस दौरान वे कुरुंग कुमे जिले के घने जंगलों में गुम हो गए। पूर्वोत्तर में भारी बारिश हो रही है। अरुणाचल प्रदेश समेत असम, मिजोरम आदि राज्यों में पिछले कुछ दिनों से नदियां उफान पर चल रही हैं। जिलों में बाढ़ आई हुई है। अरुणाचल में कुमी नदी के बढ़े जलस्तर के चलते आशंका जताई जा रही है कि मजदूर इसे पार नहीं कर पाए होंगे और उसमें डूब गए होंगे।
प्रशासन की तरफ से किसी भी तरह की आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लगातार जारी बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर बढ़ने से डूबे हुए के बचने की उम्मीद कम ही है। हालांकि अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि मजदूर कब और कैसे कुमी नदी में डूब गए? कई सवाल हैं जिनके जवाब अभी तक नहीं मिले हैं। पुलिस भी इस हादसे को लेकर कुछ भी बोलने से बच रही है। फिलहाल सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है।
गौरतलब है कि सीमा सड़क संगठन (BRO) पूर्वोत्तर राज्यों में इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के एक बड़े नेटवर्क का निर्माण कर रहा है। इन मजदूरों को भारत-चीन बॉर्डर के पास एक दूरदराज के इलाके दामिन सर्कल में सड़क निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए लगाया गया था। साईट चीन बॉर्डर के पास दामिन के भीतर स्थित है। यहीं पर रहकर ये लोग लगातार काम कर रहे थे।