पंजाब में पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी अब अन्य राज्यों में अपने पैर पसारने की नीति पर काम कर रही है। इस रणनीति के तहत दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की मौजूदगी में सोमवार को हरियाणा के कई पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने AAP पार्टी ज्वाइन की।

सतेंद्र जैन ने कहा, “पंजाब में AAP की जीत के बाद हरियाणा में भी लहर चल रही है। लोग कह रहे हैं पंजाब में अच्छी सरकार आ गई है। जब चुनाव होंगे तो यहां AAP की सरकार बनेगी।” पार्टी में शामिल होने वाले पूर्व विधायक व मंत्रियों में पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल, पूर्व मंत्री बलबीर सैनी, पूर्व मंत्री बिजेंद्र सिंह बिल्लू, पूर्व विधायक रविन्द्र मच्छरौली, बसपा नेता जावेद अहमद और जगत सिंह के नाम प्रमुख रूप से शामिल हैं।

वहीं पंजाब की जीत से उत्साहित आप अब पश्चिम बंगाल में भी अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए 2023 का पंचायत चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

आप के पश्चिम बंगाल प्रभारी संजय बसु ने कहा है कि पार्टी आलाकमान के निर्देश पर पंचायत चुनाव लड़ने के लिए स्थानीय इकाई ने पहले ही अपना अभियान शुरू कर दिया है। AAP ने 13 मार्च को कोलकाता में एक रैली भी की थी।

वहीं अपने दायरे को बढ़ाने को लेकर आप के वरिष्ठ नेताओं ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि पंजाब में मिली शानदार जीत ने पार्टी के लिए राष्ट्रीय मंच तैयार किया है। उन्होंने कहा कि अब हमारे रडार पर गुजरात और हिमाचल प्रदेश प्रमुखता से हैं।

दरअसल इसी साल के अंत तक गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में आम आदमी पार्टी इन दोनों राज्यों में अपना पैर पसारने की नीति पर काम कर रही।

दरअसल पंजाब की 117 विधानसभा सीटों में से आम आदमी पार्टी ने 92 सीटों पर अपना कब्जा जमाया है। ऐसे में पंजाब की जनता आप को पूर्ण बहुमत देकर सत्ताधारी कांग्रेस के विकल्प के तौर पर चुना है। उम्मीद है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मनोनीत मुख्यमंत्री भगवंत मान गुजरात में पार्टी को मजबूत करने के लिए राज्य की यात्रा कर सकते हैं।