बिहार में मॉब लिंचिंग की घटना लगातार बढ़ती जा रही है। लगातार बढ़ती मॉब लिंचिंग की घटानाओं को लेकर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। इसके अलावा सुशासन बाबू नीतीश कुमार के शासन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। बिहार पुलिस के एडीजी जितेंद्र कुमार ने बताया कि पिछले 15 दिनों में करीब 12 मामले मॉब लिंचिंग के आए हैं। बिहार पुलिस का कहना है कि लोगो को आगाह करने के लिए पुलिस द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है ताकि लोग अफवाहों पर ध्यान ना दें और कानून अपने हाथ में ना लें।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक रूपासपुर और धनरौआ में शनिवार रात को दो मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया। रूपासपुर मामले को लेकर 32 लोगों की गिरफ्तारी की गई है, वहीं धनरौआ मामले में दो लोग गिरफ्तार किए गए हैं।
कुमार ने कहा कि मॉब लिंचिंग के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट का प्रतिक्रिया के बाद पुलिस ने ऐसी हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया है। लेकिन अफवाहों के बाद हुई कुछ घटनाओं को लेकर पुलिस ने लोगों के बीच से रोष खत्म करने को कहा है। कुमार ने बताया कि पुलिस सोमवार से इसे लेकर विशेष कार्यक्रमों का आयोजन करेगी।
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पुलिस का कहना है कि पंचायत के प्रतिनिधियों से कहा गया है कि वह अपने-अपने इलाके में सभी को बताएं कि अफवाह फैलाने वालों को पुलिस छोड़ेगी नहीं और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी। गौरतलब है कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और आंध्र प्रदेश की सरकार को नोटिस जारी किया। याचिका में कहा गया था कि 2018 में विस्तृत गाइडलाइन जारी की थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद कई राज्य सरकारें लिंचिंग को नहीं रोक पा रही हैं।

