Chandrayaan-2: भारतीय स्पेस रिसर्च एजेंसी (ISRO) चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम को चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने में असफल रहा। हालांकि, इस विफलता के बावजूद देशवासी स्पेस एजेंसी को लगातार प्रेरित कर रहे हैं। बता दें कि विक्रम लैंडर और इसरो का कनेक्शन शुक्रवार देर रात टूट गया था। इसके बाद पूरे देश से इसरो के वैज्ञानिकों को प्रेरित करने के मैसेज भेजे गए। साथ ही, मिशन पर दोबारा काम करने के लिए कहा गया। इसी कड़ी में 10 साल के एक बच्चे ने भी इसरो के वैज्ञानिकों को खत भेजा है। उसने लिखा, ‘‘इतनी जल्दी दिल छोटा नहीं करते। हम चांद पर जरूर पहुंचेंगे।’’
बच्चे ने खत में लिखी यह बात: 10 साल के बच्चे अंजनेया कौल ने इसरो को एक खत भेजा है, जिसे पढ़कर वैज्ञानिक भावुक हो गए। बच्चे ने इस खत को ‘‘एक आभारी भारतीय की भावनाएं’’ शीर्षक दिया। उसने इसरो के वैज्ञानिकों से अगले साल यानि की जून 2020 में लॉन्च होने वाले चंद्रयान-3 मिशन पर फोकस करने के लिए कहा।
मां से ऑनलाइन पोस्ट कराई चिट्ठी: जानकारी के मुताबिक, अंजनेया ने अपनी मां ज्योति कौल से यह चिट्ठी ऑनलाइन पोस्ट कराई। अंजनेया ने लिखा, ‘‘हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि ऑर्बिटर अब भी काम कर रहा है। वह जल्द ही चांद की तस्वीरें हमें भेजेगा।’’
"Feelings of a Grateful Indian" written by my son who is 10 year old.@isro India is grateful to you. You are our inspiration. @PMOIndia @narendramodi_in pic.twitter.com/wOLAUCf6gX
— कल्याणी?? (@Asangohumm) September 7, 2019
अंजनेया ने जताई यह उम्मीद: बच्चे ने अपने खत में लिखा, ‘‘शायद विक्रम लैंड हो गया होगा और प्रज्ञान भी ठीक होगा। शायद वह जल्दी ही भौगोलिक जानकारी भेजना शुरू कर देगा। इसके बाद सफलता हमारे हाथों में होगी।’’
इसरो ने दी यह जानकारी: गौरतलब है कि इसरो ने रविवार (8 अगस्त) को विक्रम के चांद की सतह पर लैंड करने की पुष्टि की थी। हालांकि, स्पेस एजेंसी लगातार उससे संपर्क स्थापित करने की कोशिश में जुटी हुई है।
अगली पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत है इसरो: अंजनेया ने हाथ से लिखे इस खत में कहा, ‘‘इसरो के वैज्ञानिक अगली पीढ़ी के लिए आदर्श हैं। हमें इसरो पर गर्व है। एक कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से हार्दिक धन्यवाद।’’
