Farooq Abdullah on Bihar Voter List Revision: बिहार में वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने के लिए चुनाव आयोग ने स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन ड्राइव चलाई हुई है। इसको लेकर विपक्षी पार्टियों ने लगातार सवाल खड़े किए हैं। अब इस पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ फारूक अब्दुल्ला का भी रिएक्शन सामने आया है। उन्होंने कहा कि बिहार के 1.5 करोड़ से ज्यादा लोग बाहर हैं, वे डॉक्यूमेंट कैसे पेश करेंगे। जब बीआर अंबेडकर ने संविधान बनाया, तो सभी को वोट देने का अधिकार था। आज नया कानून आया है। मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि यह हिंदुस्तान के लोगों को मंजूर नहीं है।
मीडिया से बातचीत में जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम ने कहा, ‘बिहार में अब इलेक्शन है, आज इलेक्शन कमीशन ने अपना ही ऑर्डर निकाला है। आपको नई वोटर लिस्ट में आना है। अब बताइए मुझे कि एक करोड से ज्यादा लोग बिहारी बाहर काम कर रहे हैं। वो लोग कहां से वोट देंगे। वो सभी कहां से फॉर्म भरेंगे। कहां से फोटो लाएंगे। मां-बाप के सर्टिफिकेट कहां से लाएंगे। जब संविधान बना था और अंबेडकर ने जब संविधान बनाया था तो उसमें हर एक को हक था कि वो वोट दे। फिर इसमें संशोधन आया कि जब बच्चा 18 साल का होगा तो वो भी वोट दे सकता है।’
बिहार वोटर लिस्ट रिवीजन पर ओवैसी ने उठाए सवाल
आज एक नया कानून आया है – फारूक अब्दुल्ला
फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा, ‘आज एक नया ही कानून निकाला है। जो पूरी तरह से संविधान के खिलाफ है। उन्हें अपने मालिक को रजा करना है। उस मालिक को रजा करने के लिए वो सब कुछ कुर्बान करने के लिए तैयार हैं। मुझे यह बहुत ही अफसोस से कहना पड़ता है कि ये हिंदुस्तान के लोगों को मंजूर नहीं होगा। अगर इन्होंने ऐसा ही किया तो संविधान को बचाने के लिए बहुत ही बड़ा आंदोलन होगा। अल्लाह करे कि इन्हें अक्ल आए और ये संविधान की हिफाजत कर सकें।’
क्यों हो रहा बिहार वोटर लिस्ट रिवीजन?
दरअसल, इलेक्शन कमीशन की तरफ से कहा गया है कि स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन का मकसद डुप्लिकेट और फर्जी वोटर्स को खत्म करना है। खासकर उन लोगों को जो परमानेंट और करंट एड्रेस पर लिस्टेड है। चुनाव आयोग इस बात पर जोर देता है कि किसी क्षेत्र में वर्तमान में रहने वाले लोगों को ही वोटर लिस्ट में शामिल किया जाना चाहिए। इसका मकसद यह भी है कि केवल भारतीय नागरिक ही वोट डाल सकें। बिहार वोटर लिस्ट रिवीजन को लेकर केवल ईबीसी में ही बैचेनी नहीं है बल्कि ऊंची जातियों में भी अच्छी खासी बैचेनी है।