यूपी के कैराणा मामले में सहारनपुर रेंज के डीआईजी एके राघव ने डीजीपी मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी है। इस रिपोर्ट में कई खुलासे हुए हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि कथित पलायन करने वाले हिंदूओं की लिस्ट बनाने वाले भाजपा सांसद हुकुम सिंह अपने बेटी को चुनाव लड़वाना चाहते हैं। सिंह अपनी बेटी को जीत दिलाने के लिए सांप्रदायिक ध्रुवीकरण बनाना चाह रहे हैं। गौरतलब है कि सिंह ने हिंदू परिवारों की एक लिस्ट जारी करके कहा था कि भारी संख्या में कैराणा से समुदाय विशेष के डर और दहशत की वजह से हिंदू फैमिली पलायन कर रही हैं।

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11 जून को डीजीपी हेडक्वार्टर को भेजी गई रिपोर्ट में डीआईजी ने बताया कि शामली जिले के कैराणा, झिंझाना, कांधला कस्बे में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग रहते हैं। यहां 85 फीसदी मुस्लिम और 15 फीसदी हिंदू आबादी है। आने वाले चुनाव में फायदा उठाने के लिए भाजपा और अन्य सहोयगी दल सांप्रदायिक माहौल बना रहे हैं। साथ ही रिपोर्ट में बड़ी सांप्रदायिक घटना की भी संभावना जताई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ये छोटी घटनाएं तुल देने की वजह से बड़ा रूप धारण कर सकती हैं।

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रिपोर्ट में बताया कि एक महिला के किडनेप और हत्या के मामले में हिंदू समुदाय के दो लोगों का नाम आ रहा था। लेकिन सिंह ने इन दोनों लोगों का नाम रिपोर्ट से हटाने का दबाव बनाया था। इस मामले में मुस्लिमों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है। इस घटना का जिक्र सिंह ने अपनी उस लिस्ट में किया है, जिसमें कहा था कि ऐसी घटनाएं की वजह से हिंदू लोग कैराणा से पलायन कर रहे हैं।

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