आरामदायक जीवन-शैली, तनाव और खराब खानपान के कारण आज लोग सबसे ज्यादा बेली फैट यानी पेट की चर्बी से परेशान हैं। कोरोनावायरस के कारण लगे लॉकडाउन के बाद वर्क फ्रॉम होम करने से लोगों में यह परेशानी अधिक बढ़ गई है। मोटापा और बेली फैट के कारण व्यक्ति गंभीर बीमारियों का शिकार हो सकता है। मोटापे से ग्रस्ति लोगों को ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हृदय रोग जैसी खतरनाक बीमारियां होने की संभावना अधिक बढ़ जाती है, ऐसे में पेट की चर्बी को कम करना बेहद ही जरूरी है।
मोटापा कम करना, खासकर पेट की चर्बी को कम करने बिल्कुल भी आसान काम नहीं है। ऐसे में आप खानपान और जीवन-शैली में बदलाव करके पेट की चर्बी को कम कर सकते हैं। इसके अलावा योगासन की मदद से भी बेली फैट को कम किया जा सकता है। नियमित तौर पर योग करने से ना सिर्फ पेट की चर्बी कम की जा सकती है बल्कि यह कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से भी बचाव करते हैं।
ताड़ासन: बेली फैट को कम करने के लिए ताड़ासन बेहद ही कारगर है, इससे पूरे शरीर में खिंचाव महसूस होता है। एक शोध के मुताबिक अन्य योगासन के मुकाबले ताड़ासन करने से पेट की चर्बी कम करने में ज्यादा मदद मिलती है, साथ ही यह लंबाई बढ़ाने में भी मदद करता है। ताड़ासन के साथ ही आप तिर्यक ताड़ासन भी कर सकते हैं।
त्रिकोणासन: त्रिकोणासन कमर के किनारे की चर्बी को कम करने में मदद करता है। इस आसन में आपकी मुद्रा त्रिकोण जैसी दिखाई देती है। नियमित तौर पर त्रिकोणासन का अभ्यास करने से ना सिर्फ शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है, यह फेफड़ों को भी मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके अलावा जो लोग कमर दर्द और साइटिका की समस्या से ग्रस्ति हैं, उनके लिए भी त्रिकोणासन फायदेमंद साबित हो सकता है।
पार्श्वकोणासन: पार्श्वकोणासन का अभ्यास करने से कूल्हे और जांघ की चर्बी कम करने में मदद मिलती है। बेली फैट कम करने के साथ ही यह आसन कब्ज और एसिडिटी से भी राहत दिलाता है और पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है। इसका नियमित तौर पर अभ्यास करने से घुटने मजबूत होते हैं।