स्वस्थ रहना हर किसी को अच्छा लगता है। लेकिन अस्वस्थ खाना और खराब जीवनशैली के कारण लोगों को कई स्वास्थ्य समस्या हो जाती है। शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द होना कई बार असहनीय हो जाता है और यदि उसे समय रहते ठीक नहीं किया जाएगा तो आपको उस दर्द का सामना आजीवन करना पड़ सकता है। कई लोगों को एड़ियों में दर्द होता है और उसके लिए दवाइयों का सेवन भी करते हैं। लेकिन दवाइयों का सेवन करने के बजाय आप योग के कई ऐसे आसन होते हैं जिसका अभ्यास कर सकते हैं। ये आसन आपके एड़ियों के दर्द के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होते हैं। यदि आप इन आसनों का अभ्यास नियमित रूप से करते हैं तो आपकी एड़ियों का दर्द कम हो जाएगा और ताकत और मजबूती भी मिलेगी।
उष्ट्रासन करने की विधि
सबसे पहले योगा मैट पर घुटनों के बल बैठ जाएं और फिर घुटने को कूल्हे की चौड़ाई के बराबर फैला लें। अब घुटने के बल खड़े हो जाएं। सांस लेते हुए पीछे की तरफ झुकें और फिर दाईं हथेली को दाईं एड़ी पर और बाई हथेंली को बाईं एड़ी पर रखें। पीछे झुकते वक्त गर्दन को जोर से झटका ना दें वरना मोंच आ सकती है। अब धीरे-धीरे सांस लें और सांस छोड़ें। अब लंबी सांस छोड़ते हुए पहले जैसी मुद्रा में वापस आ जाए।
उत्कटासन करने की विधि
पैरों को थोड़ा दूर रखें और पीठ और सिर को सीधा रखते हुए बैठ जाएं। अब सांस खींचते हुए पंजों पर बैठकर दोनों एड़ियों को उठाएं। कोहनियों को घुटनों पर रखें और फिर सांस छोड़ते हुए कुल्हों को एड़ियों पर टिकाएं। इस अवस्था में रहते हुए धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें। अब पहले वाली अवस्था में आ जाएं।
बालासन करने की विधि
सबसे पहले मैट पर अपनी एड़ियों के बल बैठ जाएं और कुल्हों को एड़ी पर रखें। अब आगे की तरफ झुकते हुए माथे को जमीन पर रखें। हाथों को आगे की तरफ लाते हुए जमीन पर रखें और ध्यान रहे की हथेली जमीन की तरफ हो। अब धीरे से छाती से जांघों पर दबाव दें। थोड़ी देर इस स्थिति में बनें रहे और फिर पहले जैसी अवस्था में आ जाएं।
गोमुखासन करने की विधि
सबसे पहले दोनों पैरों को आगे की तरफ करते हुए बैठ जाएं और हाथों को बगल में जमीन पर रखें। अब दाएं पैर को घुटने से मोड़ें। यही प्रक्रिया दूसरे पैर से भी करें। अब बाई हाथ को उठाते हुए कोहनी को मोड़ें और ऊपर की तरफ ले जाते हुए पीछे कंधे पर रखें। कोशिश करें की आप आगे की तरफ हीं देखें। पैरों और हाथों को बदलते हुए इस प्रक्रिया को दोहराएं।
