योग में स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का समाधान छिपा है। कब्ज इन्हीं समस्याओं में एक है। शरीर में पानी की कमी या अस्वस्थ खानपान के कारण कब्ज की समस्या हो सकती है जिसके दौरान आपका मल कठोर हो जाता है या फिर मल पास करने में परेशानी होती है। कुछ योगासन विशेषतौर पर कब्ज की परेशानी को दूर करने में कारगर हैं। आइए जानते हैं कौन से योगासनों का अभ्यास कब्ज को करता है दूर।
अधोमुख शवासन:

यह आसन आपके शरीर को स्ट्रेच करने में मदद करता है और कब्ज से राहत दिलाता है। इसे करने वक्त आपका शरीर ‘वी’ शेप में रहता है। इस आसन में हथेलियों को जमीन पर रखकर कूल्हों को ऊपर की ओर उठाया जाता है।
मत्स्येंद्र आसन:

मत्स्येंद्र आसन डाइजेस्टिव ट्रैक्ट को उत्तेजित करता है जिससे कब्ज से आराम मिलता है। इससे आपके अब्डोमिनल अंगों को स्ट्रेच करने में मदद मिलती है। यह योग की शुरुआत करने के लिए लाभकारी योगासन है।
पवनमुक्तासन:

गैस और कब्ज दोनों समस्याओं के लिए यह योगासन लाभकारी है। इस आसन में जमीन पर लेट कर आपको घुटनों को सीने के पास तक मोड़ना होता है। यह संपूर्ण पाचन को दुरुस्त करता है।
अनजनेयासन:

अनजनेयासन डाइजेस्टिव ट्रैक्ट को मसाज करता है। तस्वीर में दिखाए गए तरीके से इस आसन को करें। यह शरीर के संतुलन को भी बढ़ाता है।
बालासन:

यह आसन तनाव को कम करता है और पाचन को बेहतर करता है। तस्वीर में जिस तरह दिखाया है, वैसे इसका अभ्यास करें। आसन के दौरान गहरी सांस लेते रहें।
उत्तनासन:

उत्तनासन का अभ्यास करने से शरीर की नर्व को आराम मिलता है। साथ ही यह अब्डोमेन पर दबाव बनाकर पाचन को बढ़ाता है। सीधे खड़े हों और कमर से झुकें। फिर हाथों से जमीन को छुएं।
सुप्त मत्स्येन्द्रासन:

सुप्त मत्स्येन्द्रासन आंतों को मसाज करने और शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है। इसके अभ्यास से कब्ज से राहत मिलती है। फोटो की तरह ही इस आसन का अभ्यास करें और अभ्यास के दौरान सांस लेते रहें।