दुनिया बहुत खूबसूरत है और यह खूबसूरती सिर्फ आंखों से ही देखी जा सकती है। आंखों शरीर के सबसे संवेदनशील अंगों में से एक हैं। इनकी नियमित देखभाल बहुत जरूरी है। उम्र के बढ़ते रहने के साथ आंखों की रोशनी में कमी एक आम समस्या है। आंख के चारों तरफ की मांसपेशियां अगर कसी हुई हैं तो यह स्वस्थ आंखों की निशानी है।

हमारी छोटी-छोटी गलतियां आंखों पर भारी पड़ जाती है और आंखें बीमारियों की शिकार हो जाती हैं। इन गलतियों में सबसे पहला नंबर है स्क्रीन टाइम जो पिछले पौने 2 साल में कई गुना बढ़ गया है। बच्चे हों या बड़े कभी जरूरत तो कभी एंटरटेनमेंट की वजह से घंटों फोन, टीवी और लैपटॉप पर लगे रहते हैं।

दरअसल आखों के आस-पास की मांसपेशियों की कसावट या लचीलापन ही आंखों की सेहत को प्रभावित करता है। आंखों में इस तरह का स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए जरूरी है कि हम नियमित रूप से आंखो का एक्सरसाइज करते रहें। योग गुरु स्वामी रामदेव के मुताबिक दैनिक जीवन में योग को शामिल करके आंखों से संबंधित तमाम तरह की परेशानियों को न सिर्फ दूर किया जा सकता है, बल्कि आंखों की रोशनी को भी बढ़ाया जा सकता है। आइए ऐसे ही कुछ योगासनों के बारे में जानते हैं-

शवासन: आखों के लिए सबसे उपयुक्त आसन है जिसे करने के बाद न सिर्फ आंखों को आराम मिलता है बल्कि उनकी रोशनी भी बढ़ती है। शवासन के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाइए। शरीर को पूरी तरह से फर्श पर स्थिर और मन को पूरी तरह से सहज और शांत कर लीजिए। इससे शरीर की थकान भी दूर होती है।

सर्वांगासन: यह आसन हर अंग के लिए उपयुक्त आसन है। इस आसन को करने से आंखों की रोशनी बढ़ती है तथा क्रोध और चिड़चिड़ापन से भी राहत मिलता है। इसे करने के लिए सबसे पहले शवासन की अवस्था में लेट जाइए। दोनों हाथ जांघों के बगल में रखते हुए पैरों तथा पीठ को कंधों तक उठाइए। ऐसा करते हुए आपकी ठुड्डी छाती से लगनी चाहिए। कुछ देर इसी अवस्था में रहने के बाद धीरे-धीरे शवासन की स्थिति में लौट आइए।

चक्रासन: आंखों को स्वस्थ बनाए रखने और रोशनी बढ़ाने के लिए चक्रासन योग का नियमित अभ्यास करना काफी फायदेमंद हो सकता है। यह आंखों से संबधित तमाम प्रकार की समस्याओं को कम करने के साथ मस्तिष्क को स्वस्थ बनाए रखने के लिए भी बेहतर योगाभ्यास हो सकता है।