आज के समय में कम उम्र में ही लोगों को नंबर के चश्में लगने लगे हैं। खराब खानपान और उसपर घंटों मोबाइल, टीवी और लैपटॉप पर समय बिताना आंखों को सीधा नुकसान पहुंचाता है। इसके अलावा डायबिटीज, थायरॉयड जैसी बीमारियों के कारण भी आंख की रोशनी कमजोर पड़ जाती है, जिसके चलते व्यक्ति को डायबिटिक रेटिनोपैथी, मैक्यूलर एडिमा, मोतियाबिंद और ग्लूकोमा जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में अगर आप भी इन गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं या आपको भी अपने आसपास की चीजें कुछ धुंधली नजर आने लगी हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए बेहद मददगार साबित हो सकता है। इस लेख में हम आपको 3 ऐसे योगासन के बारे में बता रहे हैं, जो तेजी से इस तरह की समस्या से छुटकारा दिलाकर आंखों की रोशनी को तेज करने में मदद कर सकते हैं।
पामिंग
जर्नल ऑफ योगा की एक रिसर्च के मुताबिक, आंखों की रोशनी को तेज कर फोकस बेहतर बनाने के लिए पामिंग योगासन एक परफेक्ट विकल्प साबित हो सकता है। ये थकी हुई आंखों को आराम देता है साथ ही तनाव और आखों के दर्द से राहत दिलाने में भी बेहद असरदार है। इन सब के अलावा पामिंग ब्लड सर्कुलेशन में सुधार कर आखों की सूजन को दूर करने में भी लाभकारी माना जाता है।
क्या है करने का तरीका?
- पामिंग योगासन की सबसे अच्छी बात यह है कि आप इसे कहीं भी और कभी भी कर सकते हैं।
- इसके लिए सबसे पहले अपनी आंखें बंद करके बैठ जाएं।
- अब अपनी दोनों हथेलियां को आपस में रगड़ें और फिर उन्हें अपनी बंद आंखों पर हल्के से रखें।
- आंखों पर अपनी हथेलियों को तब तक लगाकर रखें जब तक हाथों की गर्मी आंखों में ना लगने लगे।
- आंखों को बंद रखें और कम से कम पांच बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।
भस्त्रिका प्राणायाम
ये प्राणायाम मस्तिष्क में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही नियमित रूप से इसे करने से आखों की रोशनी भी तेज की जा सकती है। आई हेल्थ स्ट्रांग बनाने में भस्त्रिका प्राणायाम को बेहद असरदार माना गया है।
कैसे करें भस्त्रिका प्राणायाम?
- भस्त्रिका प्राणायाम करने के लिए सबसे पहले किसी भी शांत वातावरण में सिद्धासन, वज्रासन या पद्मासन में बैठ जाएं।
- इस दौरान अपनी गर्दन, शरीर और सिर को सीधा रखें।
- इसके बाद अपनी आंखें बंद करें और अपना मुंह बंद कर लें।
- योग शुरू करने से पहले अपने नथनों को भी अच्छी तरह साफ कर लें।
- अब अपने हाथों को चीन या ज्ञान मुद्रा में रखें।
- धीरे-धीरे सांस खींचते हुए अपनी सांस को बलपूर्वक छोड़ दें।
- अब एक बार फिर अपनी सांस बलपूर्वक खींचे और वैसे ही उसे छोड़ें।
- भस्त्रिका प्राणायाम करते वक्त धौंकनी की तरह आपको अपनी छाती को फुलाना और पिचकाना है।
- ऐसा करने पर बढ़ते प्रदूषण स्तर से होने वाली बीमारियों का जोखिम कम हो जाता है।
त्राटक
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए त्राटक क्रिया को भी सबसे ज्यादा कारगर माना गया है। योगा एक्सपर्ट्स की मानें तो रोजाना 5 से 15 मिनट इसे करने से कमजोर पड़ती आंखों की रोशनी को वापस पाया जा सकता है। इसके साथ ही ये आसन आंखों को जलन, धुंधला दिखना, आंखों के दर्द की समस्या जैसी समस्याों से छुटकारा दिलाने में भी असरदार है।
क्या है त्राटक करने का तरीका?
- त्राटक ध्यान को कई तरह से किया जा सकता है। आप इसे किसी मोमबत्ती की लॉ पर, किसी गोले के बिंदु पर, पेंसिल की नोक पर या उंगलियों की नोक पर भी कर सकते हैं। हालांकि, त्राटक क्रिया का सबसे पुराना और प्रचलित तरीका है दीपक की जलती लौ पर ध्यान लगाना।
- इसके लिए एक ऐसा कमरा चुनें, जिसमें अधिक अंधेरा हो।
- अब अपनी कमर को सीधी कर दिमाग को शांत करके बैठ जाएं।
- अपनी आंखों की सीध में एक जलता हुआ दीपक रखें और अपना ध्यान जलती हुई लौ पर लगाएं।
- जब आंखें थकने लगें, तो आंख बंद कर लें। दो से तीन सेशन में ही आपको कुछ आराम महसूस होगा।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।