World Organ Donation Day 2023: ह्यूमन बॉडी एक सिस्टेमेटिक तरीके से काम करती है, जिसमें हमारे शरीर का हर एक अंग बॉडी की फंक्शनिंग के लिए अलग-अलग तरह से महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वहीं, अगर शरीर के किसी भी अंग में किसी तरह की परेशानी आ जाए, तो व्यक्ति धीरे-धीरे बीमार पड़ने लगता है। इतना ही नहीं, किसी भी बॉडी पार्ट का ठीक ढंग से काम ना करना जानलेवा भी हो सकता है। यही वजह है कि भारत में ऑर्गन फेलियर से मौत के मामलों के आंकड़े परेशान कर देने वाले हैं। यूं तो आज के समय में मेडिकल साइंस ने इतनी तरक्की कर ली है कि किसी अंग के खराब होने या ठीक तरह से काम करने पर उसके बदले नया अंग लगाकर व्यक्ति के जीवन को बचाया जा सकता है, लेकिन दुर्भाग्य से इसे लेकर भी लोग अभी बड़े स्तर पर जागरूक नहीं है। इसी कड़ी में अंग दान को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने और इसके महत्व को समझाने के लिए हर साल दुनियाभर में 13 अगस्त के दिन को विश्व अंगदान दिवस (World Organ Donation Day ) के रूप में मनाया जाता है।

क्यों जरूरी है अंगदान करना?

नेशनल हेल्थ पोर्टल के मुताबिक, हर साल भारत में 5 लाख लोगों की मौत सिर्फ इसलिए हो जाती है क्योंकि उन्हें सही समय पर ऑर्गन नहीं मिल पाता है। इनमें से करीब 2 लाख लोग ऐसे हैं, जिनकी मौत लिवर ना मिलने के चलते हुई है। ऐसे में आपके ऑर्गन डोनेट करने का फैसला किसी व्यक्ति की जान बचाकर उन्हें एक नई जिंदगी दे सकता है। इसी कड़ी में इस लेख में हम आपको अंगदान से जुड़े कुछ अहम सवालों का जवाब दे रहे हैं, जो आपको इसके बारे में बेहतर तरीके से समझने में मदद करेंगे।

इससे पहले बता दें कि अंगदान दो प्रकार के होते हैं। पहला लिविंग डोनर्स जिसमें आप जिंदा रहते हुए अपने अंग जैसे किडनी आदि डोनेट कर सकते हैं और दूसरा डिसीज्ड डोनर्स जिसमें किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उनके अंगों और टिश्युओं का दान किया जाता है।

किस उम्र का व्यक्ति कर सकता अंगदान?

इसके लिए जीवित डोनर की उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। जबकि अधिकतम उम्र का निर्धारण व्यक्ति की शारीरिक स्थिति से किया जाता है। वहीं, अगर आप आंखें या टिश्यू डोनेट करना चाहते हैं, तो इसका उम्रे से कोई सरोकार नहीं है।

किन अंगों और टिश्यू को किया जा सकता है दान?

आप लिवर, किडनी, पैंक्रियाज, दिल, फेफड़ा, आंत, कॉर्निया, बोन मैरो और वैस्‍कुलराइज्‍ड कम्‍पोजिट एलोग्राफ्ट्स, जैसे स्किन, यूटरस, बोन, मसल्‍स, नर्व्‍स और कनेक्टिव टिशूज आदि का दान कर सकते हैं। इन दान किए अंगों से रेसिपिएंट की जान बचाने में मदद मिलती है।

कौन नहीं कर सकता अंगदान?

चिकित्सा क्षेत्र में कुछ लोगों को अंगदान करने की मनाही भी होती है। इनमें ऐसे लोग शामिल होते हैं जो किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित होते हैं। जैसे- कैंसर, एचआईवी, संक्रमण या इंट्रावेनस (आईवी), दमा आदि।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।