No Tobacco Day : हर साल 31 मई को ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’ मनाया जाता है और हम सभी जानते हैं कि तंबाकू का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना हानिकारक है लेकिन इसके बाद भी लोग तंबाकू के सेवन से बाज नहीं आते हैं। बहुत से लोगों को लगता है कि तंबाकू के सेवन से सिर्फ मुंह या फेफड़े का ही कैंसर होता है, लेकिन ऐसा नहीं है।
यह दिन इसलिए मनाया जाता है ताकि तंबाकू के खतरे के बारे में दुनियाभर में जागरूकता फैलाई जा सके और लोगों को इससे होने वाली बीमारी से बचाया जा सके। चूंकि लोगों को नहीं पता है कि तंबाकू के सेवन (No Tobacco Day) से उनके शरीर के अलग अलग जरूरी अंग कैंसर के शिकार हो सकते हैं। आइए जानते हैं-
तंबाकू के सेवन से कौन-कौन से कैंसर हो सकते हैं?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों और कैंसर से संबंधित कई अध्ययनों के मुताबिक तंबाकू के सेवन से किसी एक प्रकार का ही कैंसर नहीं होता, बल्कि यह एसोफेगस, स्टमक आदि के कैंसर, ब्लड कैंसर, पैन्क्रियाज़ का कैंसर, सर्विकल कैंसर, मुंह, लिवर, किडनी, आंतों का कैंसर का कारण बन सकता है।
तंबाकू के सेवन से होने वाला कैंसर बाकियों से अलग कैंसर है?
तंबाकू सेवन से होने वाले कैंसर से बचा जा सकता है, चूंकि बाकी के कैंसर के पीछे खुद की कोई वजह नहीं होती लेकिन तंबाकू का सेवन न करके इससे होने वाले कैंसर से बचना व्यक्ति के हाथ में होता है। बता दें कि तंबाकू का सेवन मुंह से लेकर हृदय, फेफड़े आदि को एक साथ नुक्सान पहुंचता है और बहुत से कैंसर का कारण होता है। अगर तंबाकू को चबाकर सेवन कर रहें हैं (गुटखा या पान मसाला) तो मुंह और गले का कैंसर होता है। लेकिन अगर तंबाकू को सिगरेट, हुक्का या बीड़ी के जरिए लेते हैं तो फेफड़ों का कैंसर, हार्ट की समस्या और गैंगरीन जैसी गंभीर बीमारी हो जाती है।
सिगरेट की लत छोड़ने के लिए अपनाएं ये तरीके
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार किसी भी चीज को एकदम से नहीं छोड़ना चाहिए, इसका शरीर पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकते हैं, खासकर जब आप लंबे समय से उसके आदी हों। इसलिए छोड़ने से पहले सिगरेट से शरीर पर होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी जुटाएं। इस मामले में अपने किसी करीबी का सहयोग भी ले सकते हैं, इसके अलावा डॉक्टर से भी बात कर सकते हैं जो इस दौरान आपकी इच्छाशक्ति को बनाए रखने में सहायक हों।
कोशिश करें कि जिन्होंने इस लत को छोड़ दिया है, उनके साथ रहें; और ऐसे व्यक्तियों के संपर्क में आयें जो इनसे दूर रहना ही पसंद करते हों। अपने आप को अपने मन पसंद के कामों में व्यस्त रखें। नियमित रूप से व्यायाम करें। ध्यान रखें कि सिगरेट की लत छोड़ने के लिए किसी और नशे का सहारा न भूल से भी न लें। भोजन में फल व ताज़ी हरी सब्जियों की मात्रा बढ़ा दें। इस दौरान खूब पानी पिएं।
गुटखा छोड़ने के लिए अपनाएं ये तरीके
सभी को पता है कि गुटखा चबाने से दांत पीले होते हैं और मुंह में दुर्गन्ध आती है। इसके साथ ही सांस व दिल से जुड़े रोग भी हो सकते हैं। लेकिन बावजूद लोग इसकी लत में हैं। कई लोग एक दिन में 8 से 10 बार गुटखा खाते हैं। इसका मतलब है कि लगभग 40 सिगरेट एक दिन में फूंक देना। इस लिहाज से देखा जाए तो यह बेहद खतरनाक है। इसलिए इससे छुटकारा पाने के लिए निकोटिन पैच या इनहेलर का इस्तेमाल कर सकते हैं; जो कि तंबाकू की लत छुड़ाने में मदद करते हैं।
कई बार डॉक्टर निकोटिन की मात्रा धीरे-धीरे कम करने की सलाह देते हैं। इसके अलावा कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार कुछ लोगों को अवसादरोधी दवाएं या एंटी हाई ब्लड प्रेशर पिल्स लेने की सलाह दी जाती है; लेकिन यह अपने डॉक्टर से पूछकर ही लें। गुटखा खाने वाला व्यक्ति धीरे-धीरे गुटखे की मात्रा कम करें और उसे इस गतिविधि को नोट करना शुरू करे। इससे उसकी इच्छाशक्ति मजबूत होती है। नियमित रूप से व्यायाम करना शुरू करें। संतुलित भोजन करें, परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं। हरी सब्जियां लें। स्वयं को जितना व्यस्त रखेंगे, उतना ही इस लत को छोड़ने में मदद मिलेगी।
आपको बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हर साल दुनिया भर में लगभग 80 लाख लोग तंबाकू के सेवन से होने वाले रोगों की वजह से मौत के मुंह में चले जाते हैं।