महिलाओं के लिए मां बनना बेहद ही खास अहसास होता है। हालांकि, आज के समय में अनहेल्दी खानपान और लाइफस्टाइल के कारण महिलाओं के मां बनने की क्षमता धीरे-धीरे कम होती जा रही है। इसेक अलावा हार्मोन्स में असंतुलन, पीसीओडी, मोटापे और ओवरी सिस्ट के कारण भी महिलाओं में प्रजनन की क्षमता कम होने लगती है। हालांकि, घरेलू उपायों के जरिए इन इनफर्टिलिटी की इस समस्या से निजात पाया जा सकता है।
इनफर्टिलिटी की समस्या से निजात दिलाने में हल्दी किसी रामबाण से कम नहीं है। हल्दी में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो पेल्विक हिस्से पर आई सूजन को दूर करने में कारगर हैं। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन गर्भाशय पर आई सूजन को कम करता है। बता दें, अक्सर थायराइड, रसौली या फिर पीसीओडी के कारण गर्भास्य पर सूजन आ जाती है। गर्भधारण करने में समस्या पैद कर सकती हैं ये गलतियां
हल्दी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण एंडोमेट्रिक सिस्ट या फिर फाइब्रॉइड की समस्या को भी खत्म कर सकते हैं। इसके अलावा पीरियड्स में अनियमितता, फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज की समस्या से भी हल्दी निजात दिला सकती है। आप अलग-अलग तरीकों से हल्दी का सेवन कर सकते हैं।
बता दें, हल्दी का दो तरह से प्रयोग किया जाता है, दूध के साथ और पानी के साथ।
पानी के साथ हल्दी: प्रजनन क्षमता कमजोर होने के साथ ही अगर आपको पीरियड्स के दौरान कम ब्लीडिंग होती है तो ऐसे में पानी के साथ हल्दी का सेवन करना लाभदायक साबित हो सकता है। इसके लिए एक कप गुनगुने पानी में एक चौथाई हल्दी मिला लें। अब इसमें एक चुटकी काली मिर्च भी डाल दें।
काली मिर्च गुनगुने पानी में हल्दी के अवशोषण को बढ़ा देती है। आप सुबह खाली पेट या फिर खाना खाने के बाद इस पानी का सेवन कर सकती हैं।
दूध के साथ हल्दी: जिन महिलाओं को इनफर्टिलिटी या गर्भास्य में सिस्ट यानी फाइब्रॉइड बन जाती है, उन्हें दूध के साथ हल्दी का सेवन करना चाहिए। इसके लिए एक कप गुनगुने दूध में एक चौथाई चम्मच हल्दी और एक चुटकी काली मिर्च डाल दें। इनफर्टिलिटी की समस्या से निजात पाने के लिए आप दूध में दालचीनी पाउडर भी मिला सकती हैं। बता दें, इन घरेलू नुस्खों के साथ ही डॉक्टर से सलाह जरूर लें।