पीरियड्स यानी माहवारी के दौरान कुछ महिलाएं असहनीय दर्द से गुजरती हैं। हर महिला के लिए यह समय एक-सा नहीं होता। कुछ महिलाओं को बदन दर्ज, सिर दर्द, पेट और कमर में तेज दर्द, मूड स्विंग्स या फिर तनाव का सामना करना पड़ता है। इस दौरान किसी-किसी महिला को तो हैवी ब्लीडिंग होती है। मेडिकल भाषा में माहवारी के दौरान सामान्य से ज्यादा ब्लीडिंग होने की स्थिति को Menorrhagia कहा जाता है।
इस समस्या में पीरियड्स की साइकल 7 दिनों की हो जाती है। साथ ही महिलाओं को हैवी ब्लीडिंग और कमजोरी की समस्या से जूझना पड़ता है। एबनॉर्मल ब्लीडिंग के कारण कुछ महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हो जाती हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स की मानें तो माहवारी के दौरान अपने खानपान में बदलाव कर हैवी ब्लीडिंग और कमजोरी की इस समस्या को दूर किया जा सकता है।
डाइट में शामिल करें ये चीजें-
पीरियड्स के दौरान बॉडी को रखें हाइड्रेटेड: जिन महिलाओं में ब्लड वॉल्यूम कम होता है, उन्हें पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग होती है। इसके कारण शरीर में कमजोरी, थकावट और तनाव जैसी समस्याएं भी होने लगती हैं। ऐसे में आपको अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखना बेहद ही जरूरी है। बॉडी के हाइड्रेटेड रहने से चक्कर आने की समस्या को कम किया जा सकता है।
विटामिन-सी युक्त चीजें: जिन महिलाओं को हैवी ब्लीडिंग होती है, उन्हें अपने शरीर में विटामिन-सी और आयरन का लेवल मेंटेन रखना चाहिए। क्योंकि इससे एनीमिया यानी खून की कमी का खतरा कम हो जाता है। इसके लिए आप अपनी डाइट में नारंगी, अंगूर जैसे फलों को शामिल कर सकती हैं।
विटामिन-ई: हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो माहवारी के दौरान दर्द और हैवी ब्लीडिंग को कम करने के लिए विटामिन-ई महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे में पीरियड्स शुरू होने के दो दिन पहले आपको विटामिन-ई लेना शुरू कर देना चाहिए। हालांकि, विटामिन-ई युक्त खाद्य पदार्थों या फिर सप्लीमेंट लेने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
इसके अलावा पीरियड्स के दौरान आप अपने खाने में पपीता, कीवी, बादाम, अखरोट जैसी चीजों को शामिल कर सकती हैं। ड्राई फ्रूट्स को खाने से दर्द में राहत मिलती है।

