करवा चौथ में किस कलर की साड़ी पहनी जाती है ( Which colour to wear in Karwa Chauth)? अगर हम आपसे ये सवाल पूछें तो आप कहेंगे लाल। पर कभी आपने सोचा है कि इस रंग में ऐसा क्या खास है जिसकी वजह से लोग इसे शादी में, तीज में और करवा चौथ जैसे सभी सुहागिनों के त्योहार में पहनते हैं। लेकिन कभी आपने सोचा है कि क्यों इस रंग को सुहाग के साथ जोड़कर देखा जाता है। क्यों ये रंग महिलाओं का रंग बताया जाता है। क्यों महिलाएं लाल रंग की बिंदी लगाती हैं। तो आइए जानते हैं लाल रंग किसका प्रतीक है और करवा चौथ पर क्यों पहनी जाती है लाल साड़ी (laal rang kiska pratik hai) या लाल रंग के कपड़े।
करवा चौथ पर क्यों पहनी जाती है लाल साड़ी-Why red is the colour of Karva Chauth?
करवा चौथ पर लाल साड़ी पहनने के पीछे कारण ये है कि ये लाल रंग सुहाग से जुड़ा हुआ है। सुहाग यानी सौभाग्य, शादी, फर्टिलिटी और जीवन साथी के साथ-साथ चलने वाली जिदंगी। तो लाल रंग असल में एनर्जी का प्रतीक है। ऐतिहासिक रूप से इस रंग को बलिदान, खतरे और साहस से जुड़ा हुआ माना जाता है। यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका के कुछ सर्वे से पता चलता है कि लाल रंग आमतौर पर गर्मी, गतिविधि, जुनून, कामुकता, क्रोध, प्यार और खुशी से जुड़ा हुआ रंग है और शादी में ये सब कुछ होता है।
Karwa Chauth 2024 पर ट्रेंड में हैं ये लाल साड़ी, पढ़े ये पूरी स्टोरी
लाल रंग किसका प्रतीक है-What does color red symbolize?
-लाल रंग सबसे पहले तो गर्मी और गतिविधि का प्रतीक है यानी आप उस रिश्ते में हैं जहां ये दोनों होता है।
-लाल रंग पहनना शक्ति और आत्मविश्वास से भरा हुआ दिखाता है। इस प्रकार, एक लड़की महसूस कर सकती है कि वह एक बोल्ड और प्रभावशाली जीवन के लिए तैयार है।
-लाल जुनून और कामुकता का प्रतीक है और प्यार में ये दोनों होता है। इसलिए इस रंग को रोमांस और फर्टिलिटी से भी जोड़कर देखा जाता है।
-लाल रंग में सुरक्षा की भावना भी होती है और ठहराव की भी। शादी के रिश्ते को इससे भी जोड़कर देखा जाता है।

यह भी माना जाता है कि लाल रंग सौभाग्य और समृद्धि लाता है, बुरी चीजों को दूर रखता है और भविष्य में सौहार्दपूर्ण बनाए रखता है, जिसकी दुल्हन को जरूरत होती है। लाल एक शुभ रंग है जो जोड़े को मजबूत और स्थायी बंधन का आशीर्वाद देता है। इसी वजह से भारत में शादी या शुभ अवसरों या पूजा पर इस रंग को पहना चाहता है।