दुनिया में सबसे महंगी बिकने वाली मछली का नाम अटलांटिक ब्लूफिन टूना है। यह मछली अब विलुप्त की कगार पर पहुंच चुकी है। अटलांटिक ब्लूफिन टूना के नाम दुनिया में सबसे महंगी मछली का रिकॉर्ड दर्ज है। इस मछली के संरक्षण के लिए हर साल 2 मई को वर्ल्ड टूना डे मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र ने दिसंबर 2016 में इसको बचाने के लिए आधिकारिक तौर पर वर्ल्ड टूना डे मनाने का फैसला लिया था।
ब्लूफिन टूना का शिकार करने पर हो सकती है जेल
अटलांटिक ब्लूफिन टूना के शिकार पर ब्रिटेन में सरकार ने बैन लगा दिया है। यदि कोई मछली का शिकार करता है तो पकड़े जाने पर हवालात की सैर हो सकती है। इसके साथ ही मोटा जुर्माना भी लगाया जा सकता है। कानून के मुताबिक अगर किसी ने गलती से टूना मछली को पकड़ लिया, तो उसे तुरंत समुद्र में छोड़ना होता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक एक शख्स ने 23 अक्टूबर 2021 को कई ब्लूफिन टूना मछलियों को एक साथ देखा था। कॉर्नवाल लाइव के अनुसार, साल 2021 अगस्त में एक बड़ी ब्लूफिन टूना मछली को पोर्थकर्नो के पास देखा गया था।
करीब 10 फुट से भी लंबी हो सकती है ब्लूफिन टूना
अटलांटिक में मिलने वाली ब्लूफिन टूना मछली 10 फुट से भी लंबी हो सकती है। इन मछलियों का वजन करीब 250 किलोग्राम या इससे भी अधिक हो सकता है। ये मछलियां लुप्तप्राय प्रजाति में शामिल हैं। लगभग 100 साल तक यह मछलियां कोर्निश तट से गायब रही थीं। बस पिछले 10 साल से इनकी मौजूदगी को इस इलाके में स्पॉट किया जा रहा है। इन मछलियों को सबसे ज्यादा गर्मियों में देखा जाता है। टूना इंसानों के लिए खतरनाक नहीं हैं और ये दूसरी छोटी मछलियों को खाती हैं।
कीमत जानकर उड़ जाएंगे होश
ब्लूफिन टूना मछली की यह विशेष प्रजाति दुनिया में सबसे बड़ी है। टारपीडो के आकार की ये मछलियां अपनी स्पीड और ताकत के लिए जानी जाती हैं। यही वजह है कि अटलांटिक ब्लूफिन टूना मछलियां समुद्र में लबीं दूरी तक ट्रैवल भी कर सकती हैं। वहीं अटलांटिक ब्लूफिन टूना मछली का खून गर्म होता है। तैरने वाली मांसपेशियों में गर्मी अर्जित होने की वजह से यह काफी तेजी से तैरती है। साल 2020 में टोक्यो (Tokyo) में एक ब्लूफिन टूना मछली की नीलामी हुई थी जिसे 12। 8 करोड़ रुपये में खरीदा गया था। मछली 276 किलो की थी। जबकि इस मछली की कीमत करीब 23 करोड़ तक हो सकती है।
खत्म होने के कगार पर है ब्लूफिन मछली
टूना मछली जापान की सबसे फेमस डिश शूशी की प्रमुख सामग्री है। जिसके चलते जापान समेत कई देशों में टूना फिश की बहुत ज्यादा मांग है। जिसके चलते इनकी आबादी तेजी से घट रही है। इंटरनेशनल साइंटिफिक कमेटी की रिपोर्ट के मुताबिक टूना और टूना जैसी प्रजातियों की नार्थ पेसिफिक ओसिंयन में आबादी 2017 में तेजी से घटी है। प्रशांत महासागर में टूना मछली की आबादी घट कर 2। 6 फीसदी रह गई है, साल 2016 में यह आबादी 4। 3 फीसदी थी।