हमारे शरीर से जुड़े कई ऐसे राज़ हैं जिन्हें आप बचपन से देखते आए हैं लेकिन फिर भी आप उनके पीछे की वजह से अनजान रह जाते हैं। उदाहरण के लिए, क्या कभी आपने सोचा है कि जब हम रोते हैं तो हमारी आंखों से आंसू क्यों निकलते हैं? बच्चों से लेकर बड़े और बूढ़ों तक, रोते वक्त हर किसी की आंखों से आंसू निकलते हैं लेकिन क्या आप इसकी वजह जानते हैं? अगर नहीं तो इस लेख में हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं, लेकिन इससे पहले बता दें कि हमारे आंसू भी कई तरह के होते हैं। आइए जानते हैं कि आंसू कितनी तरह के होते है और आंसुओं से जुड़ी हर बात।
कितनी तरह के होते हैं आंसू?
वैज्ञानिकों ने आंसुओं को तीन श्रेणीयों में बांटा है।
- बेसल आंसू
- नॉन-इमोशनल आंसू
- क्राइंग आंसू
कैसे होते हैं बेसल, नॉन-इमोशनल और क्राइंग आंसू?
वैज्ञानिकों के अनुसार, बेसल आंसू नॉन-इमोशनल आंसू होते हैं। ये आंखों को सूखा होने से बचाते हैं और उन्हें स्वस्थ रखते हैं। बेसल आंसू में 98 प्रतिशत पानी होता है, ये आंखों को लुब्रिकेट रखते हैं और इंफेक्शन से बचाते हैं। दूसरी श्रेणी में भी नॉन-इमोशनल आंसू ही आते हैं। ये आंसू किसी खास गंध की प्रतिक्रिया से (जैसे प्याज काटने पर आने वाले आंसू) या आंखों में धूल-मिट्टी चले जाने से आते हैं। तीसरी और आखिरी श्रेणी में रखे गए क्राइंग आंसू भावनात्मक प्रतिक्रिया के तौर पर आते हैं।
आंखों से क्यों निकलते हैं आंसू?
वैज्ञानिकों के अनुसार इंसान के दिमाग में एक लिंबिक सिस्टम होता है और इसी में ब्रेन का हाइपोथैलेमस होता है। ब्रेन का ये हिस्सा नर्वस सिस्टम से सीधे संपर्क में रहता है। इस सिस्टम को न्यूरोट्रांसमिटर संकेत देता है और किसी भावना के चरम पर होने पर हम रो पड़ते हैं। यही वजह है कि इंसान दुख से अलग कई बार ज्यादा खुश होने या ज्यादा गुस्से में होने पर भी रो पड़ता है।
क्या सेहत के लिए फायदेमंद है रोना?
आपको यह बात कुछ अटपटी लग सकती है लेकिन वैज्ञानिकों ने रोने को हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद बताया है। विज्ञान के अनुसार, रोने से आपका मानसिक स्वास्थ्य ठीक रहता है। एक स्टडी के मुताबिक जिस तरह से पसीने और यूरीन के बाहर निकलने से शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं, ठीक उसी तरह आंसू आने पर भी आंखों की सफाई हो जाती है। क्राइंग आंसू में स्ट्रेस हॉर्मोन्स और टॉक्सिन्स की मात्रा सबसे अधिक होती है। ऐसे में इनका बह जाना शरीर के लिए काफी फायेदमंद होता है।