मां बनना दुनिया का सबसे खूबसूरत एहसास कहा जाता है, लेकिन मां बनना इतना आसान भी नहीं है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है । कई तरह के हार्मोनल बदलाव से शारीरिक और मानसिक समस्याएं होती हैं । उल्टी, सिर दर्द, चक्कर आना, चेहरे पर रैशेज, इसके अलावा भी शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं। जब मोटापा बढ़ता है तो ज्यादातर लोगों को पैरों में सूजन की वजह से इन समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जानिए गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के पैर क्यों सूज जाते हैं।
गर्भावस्था के दौरान पैरों में सूजन क्यों होती है?
विशेषज्ञों के अनुसार गर्भावस्था के दौरान पैरों में सूजन होना बहुत आम बात है। यह समस्या शिशु की जरूरतों को पूरा करने के लिए शरीर में बनने वाले अतिरिक्त रक्त और तरल पदार्थ के कारण होती है। इसे एडिमा कहते हैं। इससे सिर्फ पैरों में ही नहीं बल्कि हाथ, चेहरे समेत शरीर के अन्य हिस्सों में भी सूजन हो सकती है। पैरों में सूजन आने से चलना मुश्किल हो जाता है। पैरों के ज्यादा देर तक लटकने से सूजन बढ़ जाती है। हालांकि डिलीवरी के कुछ दिनों बाद समस्या ठीक हो जाती है, लेकिन जब तक पैरों में सूजन रहती है तब तक समस्या बनी रहती है। राहत पाने के लिए आप कुछ घरेलू नुस्खे अपना सकते हैं। आइए जानें कि वे क्या हैं।
अनदेखी करना पड़ता है महंगा!
पैरों के नीचे तकिया रखें : गर्भावस्था के दौरान लंबे समय तक बैठे या खड़े रहने से आपके पैरों में सूजन हो सकती है। ऐसे में अपने पैरों को आराम देने के लिए अपने पैरों के नीचे एक तकिया रखें और फिर अपने पैरों को उस पर रखें। करीब 20 मिनट तक इस तकिए पर पैर रखकर सोएं। ऐसा दिन में थोड़ी देर बाद करने से पैरों की सूजन कम हो जाएगी।
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अपने पैरों को एप्सम सॉल्ट के पानी से भिगोएँ : अगर आपके भी पैरों में सूजन की समस्या है, तो आप एप्सम सॉल्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके गुण पैरों की मांसपेशियों को झकझोर कर रख देते हैं। साथ ही यह दर्द को कम करने में भी बहुत मददगार होता है। इसके लिए एक बड़े बर्तन में गर्म पानी लें, उसमें एक चम्मच एप्सम सॉल्ट डालें, अब इस पानी में अपने पैरों को 20 से 25 मिनट के लिए भिगो दें। इससे आपके पैरों की सूजन कम होगी।
पोटैशियम युक्त आहार का सेवन करे : गर्भावस्था के दौरान पोटैशियम की कमी से भी पैरों में सूजन हो सकती है। ऐसे में आपको हाई ब्लड प्रेशर और वॉटर रिटेंशन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके लिए डाइट में पोटैशियम युक्त भोजन को शामिल करें। आलू, केला, अनार पिस्ता, शकरकंद जैसी चीजों का सेवन करें। ये सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
हाइड्रेटेड रहें : पैरों की सूजन कम करने के लिए शरीर को हाइड्रेटेड रखें। गर्भवती महिला को ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। कम से कम 7 से 8 गिलास पानी का सेवन करना चाहिए। यह सूजन को कम करने में भी मदद करता है।
इन बातों का भी रखें ख्याल
- प्रोटीन का अधिक सेवन करें
- थोड़ी देर बाद चक्कर लगाएं, टहलते रहें
- डॉक्टर की सलाह पर रोजाना 20 मिनट व्यायाम करें
- नमक संयम से और कम खाएं