नरेंद्र मोदी सरकार ने 24 जून 2022 को तीन बड़ी नियुक्तियां की हैं। इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में आतंक रोधी अभियानों के प्रमुख तपन कुमार डेका (Tapan Deka) अब आईबी के नए चीफ के रूप में अपना कार्यभार संभालेंगे। वहीं, परमेश्वरन अय्यर को नीति आयोग का सीईओ नियुक्त किया गया है। वर्तमान सीईओ अमिताभ कांत का कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो रहा है।
इसके अलावा रॉ सचिव सामंत कुमार गोयल को एक साल का सेवा विस्तार दिया गया है। आपको बता दें कि आईबी के नए चीफ तपन डेका अमित शाह के विश्वस्त माने जाते हैं और NSA अजीत डोवाल के बेहद खास हैं। आइए इनके बारे में जानते हैं…
साल 2021 में बने थे स्पेशल डायरेक्टर
तपन कुमार डेका अभी आईबी में ही तैनात थे। वे पिछले साल जून में इंटेलिजेंस ब्यूरो में स्पेशल डायरेक्टर के पद पर तैनात हुए थे। नियुक्ति संबंधी कैबिनेट की कमिटी ने 23 जून को तपन डेका को प्रमोट कर यह पद सौंपा था। बता दें कि तपन के साथ 14 अन्य अफसरों को भी तब पदोन्नति मिली थी।
NSA अजित डोवाल के बेहद खास अफसर
साल 2006 से 2012 तक IB में नेशनल एंटी टेरर विंग और आल एंटी टेरर ऑपरेशन हेड के तौर पर काम करने वाले तपन डेका NSA अजित डोवाल के बहुत करीब रहे हैं। बताया जाता है कि अपने पूरे करियर के दौरान वह एनएसए डोवाल के बेहद खास अफसरों में से एक हैं।
टॉप स्पाई में तपन डेका सबसे ऊपर
असम के तेजपुर से आने वाले तपन डेका 1988 बैच के हिमाचल प्रदेश के आईपीएस अफसर हैं। तपन डेका अपने प्रमोशन से पहले अतिरिक्त निदेशक का काम देख रहे थे। डेका ने अपने करियर अधिकतर समय आईबी को दिया है। तपन डेका की गिनती IB के टॉप स्पाई में होती है। वे कई देशों में तैनात रहे हैं।
DGP बनने से कर दिया था इनकार
डेका 1998 में भारतीय खुफिया ब्यूरो में शामिल हुए और तब से उन्हें कभी भी पुलिस की वर्दी में नहीं देखा गया। आपको बता दें कि डेका ने एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी होने के बावजूद हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक होने से इनकार किया था।
अकादमिक करियर में रहा है शानदार रिकार्ड
रिकॉर्ड के मुताबिक तपन डेका का अकादमिक करियर बहुत शानदार रहा है। साल 1978 में उन्होंने हाई स्कूल क्वालीफाई किया था और अपने पहले ही प्रयास में UPSC का एग्जाम भी पास कर लिया था। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
ऑल असम स्टूडेंट यूनियन के फ्रंट लीडर थे
तपन डेका अफसर बनने से पहले आल असम स्टूडेंट यूनियन के फ्रंट लीडर थे। इतना ही नहीं डेका ने असम आंदोलन में बड़ी और निर्णायक भूमिका निभाई थी।
टेररिज्म के खिलाफ निभाई है बड़ी भूमिका
आतंक के खिलाफ लड़ाई में तपन डेका की बड़ी भूमिका रही है। डेका ने IB में काउंटर टेररिज्म, ग्लोबल एंड नेशनल टेररिज्म विंग के हेड का भी काम देखा है। इसे देखते हुए तपन डेका को कश्मीर में नई चुनौती से जीतने का काम सौंपा गया था। जिसे उन्होंने बखूबी निभाया।