Tips to remove white/grey hair: आज की जीवनशैली में कम उम्र में ही बाल सफेद होने की समस्या आम है। 20 साल के जवान भी अपने सफेद बालों को छुपाने की कोशिश करते पाया जाता है। बढ़ते वर्क लोड, तनाव, हार्मोनल बदलाव, पॉल्यूशन और अनहेल्दी भोजन, कम उम्र में बाल सफेद होने के प्रमुख कारण हैं। लोग अपने सफेद बालों को छुपाने के लिए मेहंदी, डाई और न जाने कौन-कौन से केमिकल युक्त हेयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इन सभी हेयर प्रोडक्ट्स में मौजूद केमिकल्स बालों के लिए नुकसानदेह हैं। ऐसे में घरेलू चीजों को यूज करना कारगर और सुरक्षित दोनों है। बालों को काला बनाए रखने के लिए लोग केसर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे-

केसर कैसे बालों को रखता है काला: केसर में कई एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। ये सभी बालों की गुणवत्ता बढ़ाने में मददगार होते हैं। ये एंटी-ऑक्सीडेंट्स बालों को सफेद होने से तो रोकते ही हैं, साथ ही इसके इस्तेमाल से बाल चमकदार और मजबूत भी बनते हैं। वैसे लोग जो सफेद बालों  की परेशानी से जूझ रहे हैं, जब केसर वाले पानी यूज करते हैं तो इससे बालों की जड़ें मजबूत होती हैं और पोषण मिलता है। पोषण की वजह से जो बालों में मेलेनिन पिगमेंट की कमी हो जाती है वो भी दूर होती है जिससे बाल जल्दी सफेद नहीं होते। सफेद बालों की समस्या से निजात पाने के लिए केसर का इस्तेमाल लाभदायक होता है। केसर वाला पानी बनाने के लिए आपको एक बड़ा चम्मच केसर और 2 कप पानी की जरूरत होगी।

क्या है इस्तेमाल करने का तरीका: एक बर्तन में पानी डालकर गैस पर चढ़ाएं। जब पानी में उबाल आना शुरू हो जाए तो इसमें केसर डालें। इसके बाद भी इस मिश्रण को 10 से 15 मिनट तक उबलने दें। अब गैस बंद कर दें और पानी को ठंडा होने दें। जब केसर युक्त पानी ठंडा हो जाए तो इसे बालों की जड़ों और स्काल्प पर लगाएं। कम से कम डेढ़ घंटे तक इस मिश्रण को बालों पर लगा ही रहने दें। जब बाल अच्छी तरह ड्राय हो जाए तो किसी भी माइल्ड शैम्पू को यूज करके बाल धो लें। आप हफ्ते में एक बार इस मिश्रण का इस्तेमाल करें और जल्द ही आपको अंतर सामने नजर आएंगे।

ब्लैक टी भी है कारगर: एक गिलास पानी और 2 चम्मच काली चाय की पत्ती लें। अब इसमें एक चम्मच नमक डालें। इसे तब तक पकाएं जब तक पानी बर्तन में आधा न हो जाए। ठंडा होने के बाद इस मिश्रण को सफेद बालों पर लगाएं। यह आपके बालों को डाई करने का नैचुरल तरीका है, जिसमें न तो कोई केमिकल का इस्तेमाल किया गया है और न ही इस प्रक्रिया के कोई साइड इफेक्ट्स हैं।