न्यू बॉर्न बेबी के घर आने से बेशुमार खुशियां आने लगती है। जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है हम उसकी हर छोटी से छोटी एक्टिविटी पर नज़र रखते हैं। बच्चे का हसने-बोलने से लेकर उसकी हर अदा पर नजर रखना घर के लोगों का सबसे बड़ा काम होता है। पैरेंट्स के लिए अपने बच्चे को पहली बार पेट के बल लेटते हुए देखना (टमी टाइम) खड़े होते या फिर चलते हुए देखने का अलग ही एहसास होता है। जब भी बच्चा पहला कदम उठाता है या पहला शब्द बोलता है, इसे लेकर माता पिता की उत्सुकता काफी बढ़ी हुई होती है।

जैसे जैसे बच्चा बड़ा होता है वैसे वैसे उसकी एक्टिविटी बढ़ने लगती है। कुछ महीनों बाद बच्चा पेट के बल लेटना शुरू कर देता है। पेट के बल लेटना बच्चे की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। आपके बेबी के लिए टमी टाइम उसकी गतिविधियों को और भी सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है। क्योंकि इससे उसकी गर्दन और कंधे की मांसपेशियां मजबूत होती है। आइए जानते हैं कि न्यू बॉर्न बेबी के लिए टमी टाइम क्यों जरूरी है और ये कितनी देर कराना चाहिए।

न्यू बॉर्न बेबी का टमी टाइम कब होता है:

हाल ही में डायटीशियन आकांक्षा जे शारदा ने इंस्टाग्राम पर बताया है कि आपके बेबी के लिए पेट के इस्तेमाल का सही समय क्या है। पैरेंट्स के लिए ये जानना जरूरी है कि बच्चे के लिए पेट के इस्तेमाल का समय कब होता है। बेबी के लिए टमी टाइम का समय तब से माना जाता है जब वह पेट के बल कुछ समय के लिए लेटने लगे। टमी टाइम का समय शुरू करने का सबसे आम तरीका है कि समतल फर्श पर एक कंबल या चटाई बिछाकर बच्चे को उसके पेट के बल लिटा दें।

आप अपने बच्चे को अलग-अलग साइड में पलटने के लिए कुछ शोर कर सकते हैं या खड़खड़ाहट पैदा कर सकते हैं। आप अपने बच्चे के पसंदीदा खिलौनों को अलग-अलग साइड में रख सकते हैं। ये सब उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। शुरूआत में ये सब काम छोटे शिशुओं के लिए 3-5 मिनट तक शुरू करें, और धीरे-धीरे हर दिन कुछ मिनट बढ़ाएं। शुरू-शुरू में नवजात शिशु के साथ, आप एक बार में 1 से 2 मिनट के लिए उसके पेट को अपनी छाती पर या अपनी गोद में रख सकते हैं। ऐसा दिन में तीन बार करें।

टमी टाइम के बच्चे को फायदे:

  • बच्चे को पेट के बल लेटाने से बच्चे की गर्दन के मसल्स मजबूत होते हैं। बच्चे के ऊपरी भाग में एनर्जी आती है।
  • पेट के बल लेटाने से बच्चा फिजिकल एक्टिविटी जल्दी सीखता है।
  • सिर के बल लगातार लेटाने से बच्चा का सिर फ्लैट हो सकता है इसलिए उसे टमी के बल लेटाना चाहिए ताकि उसके सिर का शेप ठीक रहे।
  • बच्चे को दिन में कम से कम दो बार पेट के बल लेटाना जरुरी है।