महिलाओं में मासिक धर्म यानी पीरियड्स बंद होने की स्थिति को मेनोपॉज यानी रजोनिवृत्ति कहा जाता है। मेनोपॉज के बाद महिलाएं मां बनने की क्षमता को खो देती हैं। क्योंकि, इस स्थिति के बाद अंडाशय, अंडा यानी ओवेरी निष्कासित करना बंद कर देता है। जिसके बाद महिलाएं प्रेग्नेंट नहीं हो पातीं। बता दें, देश में मेनोपॉज की सामान्य उम्र लगभग 45 से 50 साल के बीच है।
मेनोपॉज का समय आने से पहले महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हार्मोन्स में बदलाव के कारण महिलाओं को चिड़चिड़ापन, थकाव, हॉट फ्लैशेज, मूड स्विंग्स, रात में पसीने आना, ऑस्टियोपोरोसिस, मोटापा और डायबिटीज समेत कई तरह की समस्याएं आने लगती हैं। ऐसे में मेनोपॉज के समय अपनी डाइट पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है।
-हरी पत्तेदार सब्जियां: मेनोपॉज के दौरान हरी-पत्तेदार सब्जियां खाना चाहिए। यह ना सिर्फ शरीर को पोषण देती हैं, बल्कि आपके मूड स्विंग्स को भी ठीक करती हैं। ऐसे में आप पालक, बंदगोभी, मेथी, सरसों का साग आदि का सेवन कर सकती हैं।
-फाइबर , प्रोटीनयुक्त फूड: मेनोपॉज के समय अपने खाने में फाइबर और प्रोटीनयुक्त खाने को शामिल करना चाहिए। इसके लिए आप अपने खाने में बाजरा, ज्वार, रागी, साबुत फल, दूध, दही, पनीर, अंडा और चिकन आदि को शामिल कर सकती हैं।
-फाइटोएस्ट्रोजेनिकयुक्त खाना: शरीर में फाइटोएस्ट्रोजेनिक तत्व एनर्जी पहुंचाने में मदद करते हैं। ऐसे में आप अपने खाने में फाइटोएस्ट्रोजेनिक खाने को शामिल कर सकते हैं। इसके लिए आप अलसी के बीज, तिल, टोफू, बींस और सोयाबीन आदि चीजों का सेवन कर सकते हैं।
-ज्यादा पानी वाले फल: मेनेपॉज में हॉट फ्लैशेज को खत्म करने के लिए ज्यादा पानी वाले फल का सेवन करना फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके लिए आप अपनी डाइट में संतरा, मौसमी, अंगूर, तरबूज, खरबूज, ब्लूबेरी, स्ट्राबेरी और नारियल पानी आदि को शामिल कर सकती हैं।
-सोडियम और कैफीन युक्त चीजें: मेनोपॉज के दौरान आपको सोडियम और कैफीन युक्त चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि, इससे आपकी समस्याएं बढ़ सकती हैं। ऐसे में आपको पैक्ड जूस, पैक्ड सब्जियां, सी फूड, सोया सॉस, प्रोसेस्ड फूड, सॉफ्ट ड्रिंक, चाय, कॉफी, चॉकलेट आदि चीजों के सेवन से बचना चाहिए।