Malaiyo: बनारस देश के कुछ सुसंस्कृत शहरों में से एक है। दुनियाभर में इसकी चर्चा है। यहां के गंगा घाट से लेकर खान-पान तक के लोग दीवाने हैं। चाहे बात यहां से चाय की हो या फिर टमाटर चाट की, यहां के स्वाद के लोग दीवाने हैं। लेकिन, आज हम बाच करेंगे बनारस की एक खास मिठाई मलइयो के बारे में। इस मिठाई को सर्दियों में लोग खूब खाते हैं। इसे बनाना भी बहुत आसान नहीं है। लेकिन, सबसे पहले जान लेते हैं बनारसी मलइयो का इतिहास, कहां से आया और क्या खास बात है इसमें।
मलइयो क्या है-What is Malaiyo?
मलइयो दूध के झाग से बनी डिश है या कह सकते हैं दूध की मलाई से बनी मिठाई है। मलइयो (What is Banarasi Makhan Malai) का जो भी स्वाद है वो है इस रेसिपी को बनाने के तरीके में और इसके इतिहास में।
बनारसी मलइयो का इतिहास-History of Malaiyo
बनारसी मलइयो का इतिहास सालों पुराना है। दरअसल, सर्दियों में गंगा घाट के किनारे हरी-हरी घास निकलती थी और इसी घास को सुबह-सुबह यहां की गाय खाया करती थीं। इससे गाय का दूध गाढ़ा होता था और इस कच्चे दूध में झाग बहुत बनता था। इसके अलावा सर्दियों में गाय के दूध का फैट पर्सेंट भी ज्यादा बढ़ जाता है। तो लोग दूध खराब होने से बचाने के लिए इसे खुले आसमान में रखा करते थे। सुबह ओस की बूंद से ये झाग और गाढ़ा हो जाता था। इसे लोग नाश्ते में चीनी मिलाकर खाने लगे और यहीं से शुरू हुई मलइयो की कहानी।
क्यों 3 महीने ही मिलती है बनारसी मलइयो-Banarasi malaiyo timing
बनारसी मलइयो पूरे साल नहीं मिलती है। असल में ये बस तीन महीने ही मिलती है। जब तक ठंड रहती है, ओस पड़ती है तब तक ही मलइयो बनती है और इसका स्वाद गजब का होता है। इसलिए बनारसी मलइयो मात्र दिसंबर से फरवरी तक ही मिलती है और इसका स्वाद लोग खूब पसंद करते हैं क्योंकि जितनी ओस, उतनी टेस्टी मलइयो।
बनारसी मलइयो कैसे बनती है-Malaiyo recipe in hindi
सामग्री
-दूध
-चीनी
-छोटी इलायची<br>-केसर
-बादाम, काजू और पिस्ता
बनारसी मलइयो को तैयार करने का तरीका-Malaiya kaise banaye
बनारसी मलइयो को बनाने का तरीका बहुत आसान (malaiyo recipe at home) है। इसे बनाने के लिए
-कच्चे दूध को पहले खौलाया जाता है इतना कि इसका रंग पीला पड़ने लगे।
-फिर रात में इसे खुले आसमान में रखा जाता है वो भी खुला करके।
-सुबह इसे मथा जाता है और मलाई ऊपर आ जाती है।
-इसी मलाई को केसर, छोटी इलायची और चीनी डालकर भी फेंटा जाता है।
-इसके झाग को परोसा जाता है जिसे मलइयो कहते हैं।
सर्दियों में मलइयो खाने के फायदे-Malaiyo benefits
सर्दियों में मलइयो खाने के कई फायदे हैं। सबसे पहले तो इसे खाने से शरीर को इंस्टेंट एनर्जी मिलती है। इस हेल्दी फैट के सेवन से शरीर को कई प्रकार से फायदे मिलते हैं जैसे कि इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है। नाश्ते में इसे खाने से स्किन का टैक्सचर बहुत अच्छा होता है और फिर ग्लोइंग स्किन पाने में मदद मिलती है। इसके अलावा केसर और बादाम के फैट भी स्किन के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं।
तो ये थी बनारसी मलइयो की कहानी। यही जब लखनऊ पहुंच जाती है तो ये मक्खन मलाई कहलाती है। अब आगे पढ़ें सर्दियों में दिल खुश करने वाले यूपी के फेमस इस नाश्ते के बारे में और नोट कर लें रेसिपी।