दुनिया भर में मोटापा तथा इसकी वजह से होने वाली बीमारियों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 11 अक्टूबर को विश्व मोटापा दिवस (World Obesity Day) मनाया जाता है। पहली बार ओबेसिटी डे साल 2015 में मनाया गया था। इसका प्रमुख उद्देश्य है कि लोगों में मोटापे से होने वाली बीमारियों के प्रति जागरूकता बढ़े और लोग हेल्दी वेट प्राप्त करने की दिशा में काम करें। 30 से ज्यादा बॉडी मास इंडेक्स होना मोटापे का संकेत है। इसकी वजह से न सिर्फ आपको पर्सनैलिटी से संबंधित दिक्कतें आती हैं बल्कि यह कई तरह की बीमारियों को भी आमंत्रित करता है। आज हम आपको 4 ऐसी गंभीर बीमारियों के बारे में बताने वाले हैं जो मोटापे की वजह से आपको घेर सकती हैं।

दिल की बीमारी और स्ट्रोक – बहुत ज्यादा वेट होने पर हाई ब्लड प्रेशर और हाइ कोलेस्ट्रॉल का खतरा बढ़ जाता है। ये दोनों ही बीमारियां दिल को बुरी तरह से प्रभावित करती हैं। ऐसे में दिल संबंधी बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा मोटापे से स्ट्रोक्स की भी संभावना काफी बढ़ जाती है।

टाइप 2 डायबिटीज टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित ज्यादातर लोग ओवरवेट होते हैं। इसका मतलब आप अपने शरीर में जमा अतिरिक्त फैट को कम करके टाइप डायबिटीज के खतरे को कम कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपना खान-पान में संतुलन रखना चाहिए। पर्याप्त मात्रा में नींद लेना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा एक्सरसाइज करना चाहिए। इससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा काफी कम हो सकता है।

कैंसर – मोटापा सीधे तौर पर कोलोन, ब्रीस्ट, एंडोमेट्रियम और किडनी के कैंसर के लिए जिम्मेदार होता है। बहुत से अध्ययनों में यह दावा किया गया है कि मोटापा गाल ब्लैडर, ओवरीज और पैंक्रियाज के कैंसर का भी कारण हो सकता है।

पित्ताशय की बीमारी – पित्ताशय की बीमारी या फिर पित्ताशय की पथरी मोटापे से ग्रस्त लोगों में एक आम बीमारी की तरह है। इसके अलावा जब आप तेजी से बहुत ज्यादा वजन कम करते हैं तो इससे भी पित्ताशय में पथरी होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में विशेषज्ञ धीरे-धीरे वजन घटाने की सलाह देते हैं। एक हफ्ते में 1 पाउंड वजन घटाना पथरी की संभावना को कम करता है।